नयी दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली से इस्तीफा देने की मांग की है और प्राकृतिक गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के पेट्रोलियम मंत्रालय के प्रस्ताव की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
पार्टी ने कहा कि इस तरह का कदम राष्ट्र हित के खिलाफ तथा कारपोरेट घरानों के पक्ष में है. भाकपा के केंद्रीय सचिवालय से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘यह बड़े कारपोरेट घरानों के लिए देशहित की अनदेखी करने का गंभीर मामला है. ऐसे में भाकपा मांग करती है कि उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की अगुवाई में एक उच्चस्तरीय जांच की जाए ओर साथ ही मोइली इस्तीफा दें.’’ बयान में कहा गया है कि भाकपा के वरिष्ठ नेता गुरदास दासगुप्ता ने प्रभावी तरीके से मोइली द्वारा रिलायंस इंडस्टरीज को अप्रत्याशित फायदा पहुंचाने का ‘अच्छी तरह पर्दाफास’ किया है.
मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने प्राकृतिक गैस कीमतों में 60 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर फैसला टाल दिया. पेट्रोलियम मंत्रलय ने प्राकृतिक गैस का दाम मौजूदा के 4.2 डालर प्रति इकाई से बढ़ाकर 6.775 प्रति डालर करने का प्रस्ताव किया है. इस कदम से बिजली की दरों के अलावा यूरिया विनिर्माण लागत तथा सीएनजी की दरों में भी बढ़ोतरी होगी.