नयी दिल्ली: सीबीआई ने इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक राजेंद्र कुमार के बयान को आरोपी के तौर पर दर्ज करने के लिए उन्हें तलब किया है.
मामले के संबंध में एक अन्य घटनाक्रम में सीबीआई ने गुजरात के अतिरिक्त डीजीपी पी पी पांडेय को पकड़ने का प्रयास तेज कर दिया है. विशेष सीबीआई अदालत द्वारा उनके खिलाफ वारंट जारी किए जाने के बावजूद वह कथित तौर पर फरार हैं.
गुजरात कैडर के 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी साल 2004 में अहमदाबाद के संयुक्त पुलिस आयुक्त थे, जब जून में अपराध शाखा के अधिकारियों ने कथित फर्जी मुठभेड़ में इशरत को मार गिराया था. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार से एजेंसी के समक्ष फिर से पेश होने और मामले में आरोपी के तौर पर अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है.
उन्होंने कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता की धाराओं के तहत नए सिरे से नोटिस जारी किया गया है क्योंकि अधिकारी का पिछला परीक्षण संतोषजनक नहीं था और उनके द्वारा दिया गया जवाब भटकाने वाला प्रतीत होता है. नए दौर की पूछताछ के बाद ही हिरासत में उनसे पूछताछ करने के बारे में फैसला किया जाएगा.