नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को सांसदों से अपील की कि वे संसद की उस गरिमा और प्रतिष्ठा को बनाये रखे जो हमें विरासत में मिली है. संसद के सेंट्रल हॉल (बालयोगी परिसर) में आयोजित समारोह में प्रणब दा ने कांग्रेस के कर्ण सिंह, भाजपा के अरुण जेटली और जदयू के शरद यादव को उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार प्रदान करने के लिए आयोजित समारोह में यह बात कही.
राष्ट्रपति ने कहा, एक बात मैं कहना चाहूंगा, ईश्वर के लिए दोनों सदनों के सदस्य सदन की गरिमा और प्रतिष्ठा को बनाये रखें जो हमें विरासत में मिली है. हमें इसे और आगे ले जाना है.ह्ण उन्होंने कहा कि यह (संसद) आजादी का प्रतीक है. इसे बनाये रखना हम सदस्यों की जिम्मेदारी है. अरुण जेटली, डॉ कर्ण सिंह व शरद यादव को क्रमश: वर्ष 2010, 2011, 2012 के लिए उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार प्रदान किया गया. समारोह में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, मंत्रिपरिषद के सदस्य और दोनों सदनों का काफी संख्या में सांसद मौजूद थे.
* उपराष्ट्रपति ने दी बधाई
इस मौके पर उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम अंसारी ने कहा कि भारतीय संसद चर्चा, विचार-विमर्श, विधान बनाने और उत्तरदायित्व के लिए एक मंच है. अंसारी ने अरुण जेटली, कर्ण सिंह और शरद यादव को उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से सम्मानित होने पर उनकी सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी. उपराष्ट्रपति ने कहा, सम्मानित किये सांसदों से नये चुन कर सदस्यों को सीख लेनी चाहिए. ये लोग संसदीय परंपरा को पूरी लगन से आगे बढ़ा रहे हैं.
* युवा सांसद लें प्रेरणा:सुमित्रा महाजन
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वर्तमान लोकसभा में पहली बार चुने गए सांसदों की संख्या बहुत अधिक है. मैं चाहती हूं कि हमारे युवा सांसद आज इन सम्मानित सांसदों और वरिष्ठजनों से बहुत कुछ सीखें प्रेरणा लें.
– सम्मानित सांसद बोले
* आजादी के इतने वर्ष बाद भी देश को जितना बदलना चाहिए उतना नहीं बदला है. सांसदों को इस दिशा में प्रयास करना चाहिए.
शरद यादव (राज्यसभा सांसद, बिहार)
* संसद व्यवधान डालने का स्थल नहीं है. ऐसे कार्यो से संसद के प्रभाव, गरिमा और महत्व को ठेस पहुंचती है.
कर्ण सिंह (राज्यसभा सांसद, दिल्ली)
* संसद विविधतापूर्ण विचारों और अनेक प्रक्रियाओं के बीच देश को आगे बढ़ाने का स्थान है.
अरुण जेटली (राज्यसभा सांसद, गुजरात)