17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

फूलन देवी के गिरोह ने की थी 22 ठाकुरों की हत्या

नयी दिल्ली : दिल्ली की अदालत ने 2001 के फूलन हत्या मामले में शेर सिंह राणा को दोषी करार दिया. अदालत ने फूलन देवी मामले में अन्य 10 आरोपियों को दोषमुक्त करार दिया. अदालत ने राणा को हत्या, हत्या के प्रयास और समान इरादे संबंधी भारतीय दंड संहिता की धाराओं में दोषी ठहराया. अदालत ने […]

नयी दिल्ली : दिल्ली की अदालत ने 2001 के फूलन हत्या मामले में शेर सिंह राणा को दोषी करार दिया. अदालत ने फूलन देवी मामले में अन्य 10 आरोपियों को दोषमुक्त करार दिया. अदालत ने राणा को हत्या, हत्या के प्रयास और समान इरादे संबंधी भारतीय दंड संहिता की धाराओं में दोषी ठहराया. अदालत ने सजा सुनाने के लिए 12 अगस्त की तारीख मुकर्रर की.

कौन थी फूलन देवी

फूलन देवी भारत में दस्यु सुंदरी के नाम से जानी जाती हैं. उत्तरप्रदेश के एक छोटे से गांव गोरहा का पूर्वा में जन्मी फूलन देवी काफी गरीब परिवार से थीं. सामाजिक भेदभाव और प्रताड़ना के कारण उसका झुकाव डाकूओं की ओर हो गया था. कहते हैं कि उसके साथ गांव के कुछ दबंग लोगों ने बलात्कार किया था, जिसका बदला लेने के लिए फूलन ने एक गिरोह बनाया. फूलन चर्चा में तब आयीं थीं जब 22 ठाकुरों की हत्या का आरोप उनके गिरोह पर लगा था. हालांकि फूलन ने हमेशा उस नरसंहार से इनकार किया. 1983 में इंदिरा गांधी के काल में फूलन देवी ने आत्मसर्मपण कर दिया था. उस वक्त उसके साथ उसके दस हजार से ज्यादा समर्थक थे. सरकार ने उसे यह आश्वासन दिया था कि उसे मृत्युदंड नहीं दिया जायेगा. 1994 में उत्तर प्रदेश की मुलायम सरकार ने उन्हें रिहा कर दिया था.

कब हुई थी हत्या

1996 में फूलन देवी ने राजनीति में प्रवेश किया और वह सपा की टिकट पर भदोही से सांसद चुनीं गयीं. दलित समुदाय उनका समर्थक था. लेकिन 25 जुलाई 2001 में फूलन देवी की हत्या उसके आवास के बाहर कर दी गयी थी. तिहाड़ जेल में बंद शेर सिंह राणा ने जमानत पर छूटकर उनकी हत्या की थी. हालांकि फूलन की हत्या को राजनीतिक साजिश भी करार दिया गया. उसके पति उम्मेद सिंह पर भी आरोप लगे, लेकिन सिद्ध नहीं हो पाये.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें