नयी दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण शुरू कर दिये हैं. जहां, ऑल इंडिया लेवल पर दसवीं के विद्यार्थियों को पांच विषयों के लिए पंजीकरण शुल्क 750 रुपये देना होगा. इसके साथ ही हर अतिरिक्त विषय के लिए 150 रुपये का भुगतान करना होगा. 12वीं के लिए पांच विषयों के लिए पंजीकरण शुल्क 750 और हर अतिरिक्त विषय के लिए 150 रुपये देने होंगे.
लापरवाही पड़ेगी भारी
इसके साथ ही सीबीएसई ने रजिस्ट्रेशन के बारे में जरूरी गाइडलाइन्स भी जारी किये हैं, जिन्हें जान लेना जरूरी है. इसमें जरा सी भी लापरवाही छात्रों को परेशानी में डाल सकती है. 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नामांकन के लिए विषय भरते वक्त बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है. सीबीएसई के ऑनलाइन पोर्टल पर भरे गये शुरू के पांच विषय मुख्य विषय होंगे. छठे विषय को अतिरिक्त विषय के रूप में भरनाहै, क्योंकि सिस्टम पहले पांच भरे हुए विषयों को मुख्य विषय मानता है.
अगर करना हो बदलाव…
अगर उक्त विषय को 11वीं में छात्र ने पांचवें, छठे या सातवें विषय के रूप में भरा है और 12वीं में शैक्षणिक, स्वास्थ्य या अन्य कारणों से बदलाव चाहता है तो छात्र को इसकी जानकारी शैक्षणिक वर्ष में 31 अगस्त से पहले संबंधित स्कूल को देनी होगी. छात्रों के बारे में यह जानकारी स्कूलों को चार दिन के अंदर सीबीएसई को भेजनी होगी. अगर आवेदन में गलती है और डाटा अंतिम रूप से भरा जा चुका है तो उसमें सुधार के लिए फाइन देना होगा. सीबीएसई ने कहा कि 5 नवंबररजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख है.
एक साथ नहीं ले सकते ये विषय
सीबीएसई ने अपने निर्देश में कहा है कि छात्र एकाउंटेंसी (055) और फाइनेंशियल एकाउंटेंसी (780) विषय साथ नहीं ले सकते. इसके साथ ही, इन्फाॅर्मेशन प्रैक्टिस (065) तथा कंप्यूटर साइंस (083) आईटी टूल्स (795) के साथ नहीं लिया जा सकता. बिजनेस स्टडीज (054) और बिजनेस ऑपरेशन एंड एडमिनिस्ट्रेशन (766) एक साथ नहीं लिये जा सकते. वहीं, फिजिक्स (042) और एप्लायड फिजिक्स (625) एक साथ नहीं लिये जा सकते.
लेट फाइन भी जान लें
सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में कक्षा 9 और 11 के विद्यार्थियों कारजिस्ट्रेशन 22 अक्तूबर तक हो सकेगा. 500 रुपये विलंब शुल्क के साथ 30 अक्तूबर तक आवेदन हो सकेगा. 31 अक्तूबर से 12 नवंबर तक विलंब शुल्क एक हजार रुपये, 13 से 20 नवंबर तक दो हजार और 21 से 28 नवंबर तक विलंब शुल्क 5 हजार रुपये तय किया गया है.
और यह भी…
आंतरिक मूल्यांकन की हार्ड कॉपी के डिटेल्स ऑनलाइन भरने में गलती करने पर स्कूल को प्रति छात्र 1000 रुपये चुकाने होंगे. अगर स्कूल निर्धारित तिथि तक अपना डाटा ऑनलाइन नहीं भेज पाता है और 15 दिन के अंदर भेजता है, तो उसे पांच हजार जुर्माना देना होगा. एक महीने के अंदर भेजने पर दस हजार जुर्माना. 45 दिन के अंदर भेजने पर 15 हजार जुर्माना. 60 दिन के अंदर भेजने पर 20 हजार जुर्माना.अगर कोई छात्र 31 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाता है, तो स्कूल को ऐसे नामांकन के लिए प्रति छात्र एक हजार रुपये देने होंगे.