नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी पर तीखे प्रहार कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भाजपा ने आज पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के वोटों पर नजर टिकी होने के कारण तृणमूल कांग्रेस नेता ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ पार करके भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के प्रति गाली-गलौच पर उतर आई हैं.
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘‘दीदी इतना गुस्सा और चिंतित क्यों हैं? कांग्रेस और वाम दल तो केंद्र में सरकार बनाने नहीं जा रहे हैं. मौजूद समस्या नई दिल्ली नहीं है. यह पश्चिम बंगाल है. उन्हें खौफ है कि विकास की चाहत में उन्हें सत्ता में लाने वाला 15 प्रतिशत वोट इस बार भाजपा की तरफ खिसक सकता है.’’ जेटली ने दावा किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में आश्चर्यजनक परिणाम आएंगे. उत्तर प्रदेश के बाद भाजपा का सबसे अधिक वोट शेयर पश्चिम बंगाल में बढने की संभावना है. उन्होंने कहा, अगर ऐसा होता है और ममता को सत्ता में लाने वाला 15 प्रतिशत वोट उनसे खिसकता है तो तृणमूल नेता के पास उनके तीन तरह के मतदाता ही बचेंगे जिनमें तृणमूल के परंपरागत समर्थक, वाम से तृणमूल में आए ‘‘गुंडे’’ और तीसरे बांग्लादेश से आए घुसपैठिए.
भाजपा नेता ने अपने ब्लाग में कहा कि जिस 15 प्रतिशत वोट की वजह से ममता सत्ता में आई है वह 34 साल के वाम शासन में विकास अवरुद्ध हो जाने से नाराज होकर और ममता के ‘पोरीबोर्तन’ के वायदे पर तृणमूल की ओर आया था. ‘‘लेकिन दीदी का ‘पोरीबोर्तन’ सुशासन या विकास नहीं है. यह अराजकता, बूथ कैप्चरिंग और अवैध घुसपैठ को बढावा देना है.’’ जेटली ने कहा कि विकास की चाहत रखने वाला यह 15 प्रतिशत वोट भाजपा की तरफ आ सकता है. ऐसे में चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए ‘‘दीदी के पास अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए ही आखिरी हथियार के रुप में बचते हैं और इसीलिए वह घुसपैठ को जायज ठहरा रही हैं और मोदी को गाली दे रही हैं.