सोनभद्र : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार जाकर बडी-बडी बातें करने और महाराष्ट्र में इन राज्यों के लोगों को मारकर भगाने वालों से गलबहियां करने वाले मोदी के दो अलग-अलग चेहरे हैं.
राहुल ने सोनभद्र और मिर्जापुर में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभाओं में कहा कि मोदी उत्तर प्रदेश और बिहार को शक्ति देने की बात करते हैं लेकिन इन्हीं राज्यों के लोगों को महाराष्ट्र से मारकर भगाने वाले शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से गठबंधन भी कर लेते हैं. ‘‘इनका उधर एक चेहरा है और यहां दूसरा चेहरा.’’ उन्होंने कहा कि गुजरात माडल की बडी-बडी बातें करने वाले मोदी के गुजरात में सिख किसानों को यह कहते हुए भगाने की कोशिश की गयी कि वे गुजरात में मूल निवासी नहीं है.
राहुल ने कहा कि 30 हजार करोड की मनरेगा योजना से पूरा देश लाभान्वित होता है जबकि गुजरात में अकेले अडाणी को 45 हजार एकड जमीन एक रुपए प्रति वर्गमीटर की दर पर तथा 26 हजार करोड रुपये की बिजली देकर तीन हजार करोड से 40 हजार करोड की कम्पनी बना दिया गया. उन्होंने कहा कि गुजरात की महिलाएं फोन पर बात करने में डरती हैं. मोदी महिलाओं को शक्तिशाली बनाने की बात करते हैं जबकि महिलाएं स्वयं शक्तिशाली हैं. उन्हें केवल इज्जत देने की जरुरत है.
राहुल ने कहा कि सपा, बसपा और भाजपा ने हमेशा हिन्दू-मुस्लिम को लडाकर सत्ता हथियाने पर ध्यान लगाया और जरुरी मुद्दों को पीछे छोड दिया. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल 100 वर्षो में युवाओं को रोजगार नहीं दे सकते. वे युवाओं की शक्ति को नहीं पहचानते जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति तक हिन्दुस्तान के युवाओं की शक्ति का लोहा मानते हैं.राहुल ने मोदी पर हमले जारी रखते हुए कहा कि मोदी का यह कहना कि पिछले 10 वर्षो में देश का जरा भी विकास नहीं हुआ, यह देश का अपमान है. जनादेश से बनी कांग्रेसनीत सरकार ने इस दौरान भोजन, सूचना, रोजगार तथा शिक्षा का अधिकार जैसे इंकलाबी कानून बनाए हैं और मोदी इस सरकार पर उंगली उठाकर मुल्क की बेइज्जती कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि संप्रग की विचारधारा सबको साथ में लेकर चलने की है जबकि भाजपा, बसपा और सपा बंटवारे की राजनीति करते हैं. पिछले 10 वर्षो में केंद्र में कांग्रेसनीत सरकार में उद्योगपतियों को फायदा मिला लेकिन उसका लाभ हर गरीब मजदूर और किसान को भी पहुंचा है. भाजपा की जहां भी सरकार है, किसी एक उद्योगपति को पूरा लाभ मिलता है, जनता को नहीं. राहुल ने कहा कि सूचना, भोजन का अधिकार और मनरेगा से मजदूरों को लाभ के साथ इज्जत भी मिली है.
नेहरु-गांधी परिवार से सोनभद्र का पुराना रिश्ता बताते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि रिहन्द बांध, एनटीपीसी, सोनलिफ्ट परियोजना, अनपरा, हिंडाल्को और सीमेंट के कारखाने कांग्रेस की देन थे जिनका लाभ क्षेत्र की जनता को मिला, जबकि भाजपा और सपा की सरकारों ने सीमेंट उद्योग को एक उद्योगपति जे. पी. इंडस्टरीज को उसके वास्तविक से कम मूल्य पर देकर लाभ पहुंचाया. इसका लाभ भी जनता को नहीं मिला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही सोनभद्र में आदिवासियों के लिये दो विधानसभा सीटें आरक्षित करायीं और वनाधिकार अधिनियम लागू करके उनका हक दिलवाया. राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना में उत्तर प्रदेश के गांवों में बिजली के खम्बे और तार लगवाये लेकिन सरकार बिजली नहीं दे पा रही है.
राहुल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में 25 वर्षो से गैर-कांग्रेसी शासनकाल में कोई विकास नहीं हुआ. उन्होंने कहा ‘‘छह महीने पहले मैं यहां आया था तब लोगों से उनकी दिक्कतों के बारे में पूछा था. उसके बार 30-35 बैठकें करके गरीबों की समस्याओं को जाना है. अगली बार संप्रग के सत्ता में आने पर गम्भीर रोगों के मुफ्त इलाज, गरीबों को मुफ्त शिक्षा तथा आवास की गारंटी योजनाएं शुरु की जाएंगी. उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से 15 करोड गरीबों को गरीबी रेखा से उपर उठाया. अगली बार सरकार बनने पर 70 करोड मध्यम वर्ग से नीचे के लोगों को मध्यम वर्ग की श्रेणी में लाया जाएगा. राहुल ने कहा कि केंद्र में तीसरी बार संप्रग सरकार बनने पर महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिलाने का काम सबसे पहले होगा.
पूरे देश में दो हजार महिला थाने और पुलिस बल में महिलाओं की 25 प्रतिशत भागीदारी होगी. देश को एक नहीं करोडों चौकीदारों की जरुरत है. उन्होंने कहा ‘‘हम मैन्यूफैक्चरिंग कारीडोर बनाकर उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम के सभी शहरों को सोनभद्र से जोडेंगे जिससे देश में ही नहीं, बल्कि विदेश में भी यहां बने उत्पाद ‘मेड इन सोनभद्र’ के लेबल से बिकेंगे.’’