नयी दिल्ली: बिहार में राजग के अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का दावा करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडे ने कहा कि लालू प्रसाद के राजद और नीतीश कुमार के जदयू को वोट देने का अर्थ परोक्ष रुप से कांग्रेस को वोट देना होगा.पांडे ने हालांकि पार्टी नेताओं से ऐसा कुछ भी कहने से बचने का आग्रह किया है जो पार्टी की नीतियों के विपरीत हो और विकास के एजेंडे से खिलाफ हो.
मंगल पांडे ने टेलीफोन पर बातचीत में कहा, ‘‘ लालू प्रसाद पहले से ही कांग्रेस के सहयोगी रहे हैं और इनका कार्यकाल भ्रष्टाचार और कुशासन के लिए जाना जाता है. लोग इनकी हकीकत जान गए हैं और पूर्व के विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में इन्हें नकार चुके हैं.’’ उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की परोक्ष रुप से कांग्रेस से सांठगांठ है और वह वह कह चुके हैं कि मोदी और भाजपा को हराने के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं. इसका उदाहरण किशनगंज से जदयू उम्मीदवार अख्तरुल इमान का चुनाव नहीं लडने की घोषणा करना है.
बिहार भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘ यह सब नीतीश कुमार के इशारे पर हुआ है क्योंकि इस उम्मीदवार के खिलाफ जदयू ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की और न ही अख्तरुल इमान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नीतीश की अंदरखाने कांग्रेस से सांठगांठ है.’’ पांडे ने कहा कि राजद और जदयू को वोट देना अप्रत्यक्ष रुप से कांग्रेस को वोट देना है जिसके कुशासन और भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है.
भाजपा नेता गिरिराज सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी इसे नामंजूर करती है. पार्टी के सभी नेताओं ने कह दिया है कि यह भाजपा की नीतियों के अनुरुप नहीं है. ’’ मंगल पांडे ने कहा कि पार्टी नेताओं से ऐसा कुछ भी कहने से बचना चाहिए जो पार्टी की नीतियों के विपरीत हो और विकास के एजेंडे से खिलाफ हो.
‘मोदी लहर’ के भाजपा के दावे को ‘कारपोरेट प्रचार’ बताये जाने की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणी पर भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ जदयू ने जहानाबाद से अनिल शर्मा को टिकट दिया है. नीतीश कुमार बताये कि इनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है, ये किस घराने से हैं. दूसरों पर आरोप लगाने से पहले खुद अपने गिरेबां में झांक लें.’’
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लम्बे समय तक जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता है. पिछले 10 वर्षो में कांग्रेस नीत संप्रग के शासनकाल में अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है, महंगाई और भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है और बेरोजगारी से युवा बेहाल हैं. देश का किसान परेशान है और सरहद की रक्षा करने वाले जवानों की कोई सुध लेने वाला नहीं है.
बिहार भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ बिहार में एक लाख करोड रुपये की योजनाएं केवल शिलान्यास तक सीमित रह गई हैं. इसके लिए कोष आवंटित नहीं किये जा रहे हैं. लोग विकास चाहते हैं. केंद्र में मजबूत सरकार के लिए प्रदेश के लोगों ने मोदीजी को 60 महीने देने का मन बना लिया है. बिहार में राजग के अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद की जा रही है.’’