अमरावती : क्षमता से अधिक, 38 लोगों को लेकर जा रही एक नावरविवार शाम को विजयवाड़ा के समीप कृष्णा नदी में डूब गयी, जिससे 14 पर्यटकों की मौत हो गयी और नौ अन्य लापता हैं.
स्थानीय मछुआरों ने 15 लोगों को बचा लिया. मृतकों में छह महिलाएं और चार बच्चे हैं. बताया जाता है कि यह नौका एक निजी कंपनी द्वारा प्रायोगिक तौर पर चलायी जा रही थी.
#Visuals from Andhra Pradesh: 3 died after a boat capsized in Krishna river in Krishna district's Ibrahimpatnam mandal, Rescue operation & search for the missing underway. pic.twitter.com/SKAuzFhXpz
— ANI (@ANI) November 12, 2017
लापता लोगों की तलाश के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल (एनडीआरएफ) की टीमों और कृष्णा जिला प्राधिकारियों ने तलाश एवं बचाव अभियान चलाया है.
पर्यटन मंत्री भूमा अखिल प्रिया ने घटना की जांच के साथ साथ अपने विभाग के अधिकारियों को यह पता लगाने का आदेश दिया है कि क्या नौका संचालक ने आवश्यक अनुमति ली थी.
#UPDATE Krishna boat capsize incident: 14 bodies recovered so far #AndhraPradesh
— ANI (@ANI) November 12, 2017
पुलिस ने बताया कि नौका भवानी द्वीप से विजयवाड़ा के समीप फेरी गांव के पवित्र संगमम के लिए रवाना हुई लेकिन यह हादसा हो गया. एक सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया नौका में क्षमता से अधिक, 38 लोग सवार थे और ज्यादातर के पास लाइफ जैकेट नहीं थी.
नौका पवित्र संगमम के पास एक गहरे मोड़ पर डूबी. ज्यादातर लोग नीचे फंस गये और मारे गये. बताया जाता है कि ज्यादातर यात्री प्रकासम जिले के ओंगोल वाकर क्लब के सदस्य थे.
कुछ यात्री नेल्लोर के थे, जो विजयवाड़ा जा रहे थे. फेरी गांव में स्थानीय मछुआरों ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए 15 लोगों को बचा लिया. बाद में 14 शव नदी से निकाले गये.
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, उप मुख्यमंत्री एन चिना राजप्पा, विपक्ष के नेता वाई एस जगनमोहन रेड्डी तथा अन्य ने हादसे को लेकर अफसोस जाहिर किया है.