अहमदाबाद:सोशल मीडिया पर चुनाव का खुमार छाया है. लेकिन गुजरात की तीनों प्रमुख पार्टियों के 50 प्रतिशत लोकसभा प्रत्याशी प्रचार के लिए फेसबुक और ट्विटर का इस्तेमाल नहीं करते. पुरानी तकनीक से प्रचार कर रहे हैं. भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा राज्य की 26 लोकसभा सीटों के लिए दायर हलफनामों के मुताबिक, तीनों पार्टियों के 76 उम्मीदवारों में 38 ने घोषित किया है कि उनका सोशल मीडिया साइट फेसबुक और ट्विटर पर अकाउंट नहीं है. कइयों की ई-मेल आईडी भी नहीं है. भाजपा और ‘आप’ के प्रत्याशी भी इंटरनेट पर नहीं हैं. सुरेंद्रनगर से कांग्रेस सांसद सोमा गंडा पटेल समेत कई कद्दावर नेता हैं, जो इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते. पटेल ने कहा, ‘मेरी खुद की कोई मेल आइडी नहीं है.
मैं ऐसी वेबसाइटों के इस्तेमाल के बजाय व्यक्तिगत संपर्क बनाने में यकीन रखता हूं. अगर कोई मुझसे मिलना चाहता है, तो मेरा दफ्तर हमेशा खुला है. इसलिए मैं मतदाताओं तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करता हूं. सूरत से कांग्रेस प्रत्याशी निशाद देसाई ने कहा, ‘मैं इसके इस्तेमाल के खिलाफ नहीं हूं. लेकिन फेसबुक पर टिप्पणी करने और फोटो डालने के बजाय मतदाताओं को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखने में यकीन रखता हूं. इस वक्त मैं 15 लाख मतदाताओं को पत्र भेज रहा हूं. मैं इसे सोशल मीडिया से ज्यादा प्रभावशाली पाता हूं.’ वलसाड से भाजपा के डॉ केसी पटेल ने कहा, ‘मैंने कभी भी फेसबुक पर अपना अकाउंट नहीं बनाया, क्योंकि मेरे पास वक्त नहीं है.’ बारदोली (अजा) से ‘आप’ के प्रत्याशी चंदू चौधरी ने कहा, ‘मैं लोगों तक पहुंचने में फेसबुक के उपयोग को नहीं देखता हूं, क्योंकि हमारे आदिवासी और गरीब मतदाता बहुमत में हैं. मैं लोगों से संबंध बनाने के लिए उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलता हूं.’
विशेषज्ञ की राय सोशल मीडिया के विशेषज्ञ सूरज विजरानी कहते हैं, ‘राजनीतिज्ञों को अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए. यह सिर्फ मुफ्त ही नहीं है, युवाओं से संपर्क बनाने का एक मौका भी देता है, खासतौर पर उनके साथ, जो पहली बार अपना मत डालने जा रहे हैं.’ ये हैं सोशल मीडिया से दूर कांग्रेस : डॉ प्रभा तावियाद (दाहोद), विक्रम मदाम (जामनगर), दिनशॉ पटेल (खेड़ा), किशन पटेल (वलसाड), भरत सिंह सोलंकी (आणंद) भाजपा : परेश रावल (अहमदाबाद पूर्व), डॉ केसी पटेल (वलसाड), विट्ठल रदाड़िया (पोरबंदर), पूनम मदाम (जामनगर), जसवंत भभौर (दाहोद), नारण कछाड़िया (अमरेली)