गुडगांव: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने आज संकेत दिया कि बिहार के औरंगाबाद जिले में एक आईईडी को निष्क्रिय करने में हो सकता है कि उसके अधिकारियों से ‘‘गलती’’ हुई हो. आईईडी फटने की इस घटना में बल के तीन कर्मी शहीद हो गए थे और सात अन्य घायल हुए थे.हालांकि, सीआरपीएफ प्रमुख दिलीप त्रिवेदी ने अपने जवानों में से एक को घटनास्थल से बाहर निकालने में कोई खामी होने से इनकार किया. इस जवान को टीवी चैनलों और सोशल मीडिया में अपनी जीवन रक्षा के लिए मार्मिक अपील करते दिखाया गया था.
यहां आयोजित वीरता दिवस और नए अधिकारियों की पासिंग आउट परेड से इतर सीआरपीएफ के महानिदेशक दिलीप त्रिवेदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे अधिकारी इस मामले की जांच के बाद वापस (बिहार से) आ गए हैं. मुझे जो सूचना मिली है, वह यह है कि कोई खामी (घायल कर्मी को घटनास्थल से बाहर निकालने में) नहीं थी. इसके साथ ही, हो सकता है, यह कहा जा सकता है कि आईईडी से निपटने में कोई थोडी बहुत गलती या खामी रही हो, लेकिन यह मानवीय त्रुटि हो सकती है.’’उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि विशेषज्ञों से भी गलतियां हो जाती हैं, लेकिन यह देखना महतवपूर्ण है कि हमारे लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के मिशन पर गए थे और हमें ऐसे किसी व्यक्ति के बारे में संदेह नहीं होना चाहिए जिसने अपने जीवन का बलिदान दिया है.’’