मदुरै : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि अयोध्या में राम मंदिर जैसे ‘‘जहरीले एवं विभाजनकारी’’ मुद्दों को उठाकर वह मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रही है ताकि अपने वोट बैंक को मजबूत कर सके जबकि उनके बारे में उसे चिंता नहीं है जो उसे वोट नहीं देंगे.एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणापत्र में सबसे चिंता की बात है कि उन मुद्दों को शामिल किया गया है जो देश को बांटेगा, विवाद पैदा करेगा और सामाजिक सौहार्द को खतरा पहुंचाएगा.
भाजपा के घोषणा पत्र में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के वादे, समान नागरिक संहिता लागू करने और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने को चिदंबरम ने ‘‘जहरीला विचार’’ करार दिया. उन्होंने भाजपा पर पिछले 10 वर्षों में इन मुद्दों को ठंडे बस्ते में रखकर नौटंकी करने के आरोप लगाए.चिदंबरम ने कहा, ‘‘लेकिन अब लगता है कि इन जहरीले मुद्दों को उठाकर चुनावों से पहले भाजपा वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है. लगता है कि वे अपने वोट बैंक को मजबूत करना चाहते हैं और जो लोग उन्हें वोट नहीं देते उन्हें कहना चाहते हैं कि हमें आपके वोट की जरुरत नहीं है.’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अपने वोट बैंक को मजबूत करना भाजपा के बहुसंख्यकवाद को दर्शाता है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा पर जानबूझकर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाता हूं. मेरा मानना है कि उन्हें उन लोगों की चिंता नहीं है जो उन्हें वोट नहीं देते. वे केवल अपने वोट बैंक को मजबूत करना चाहते हैं.’’