नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपनी कैबिनेट में बड़ा बदलाव कर रहे हैं. मोदी सरकार के इस तीसरे विस्तार में जिन नये चेहरों को स्थान दी जा रही है और जिन चेहरों को बाहर किया जा रहा है, इसके लिए पीएम मोदी ने 4P फॉर्मूले का सहारा लिया है. यही वजह है कि मोदी ने जिन नवरत्नों को अपनी कैबिनेट में शामिल किया है, उनमें पार्टी से बाहर के भी वो चेहरे शामिल हैं, जिनका राजनीति से कोई सीधा रिश्ता नहीं रहा है.
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मोदी मंत्रिमंडल में नये चेहरों को 4P फॉर्मूले के आधार पर शामिल किया जा रहा है. यहां हम आपको बताते हैं कि आखिर 4P का अर्थ क्या है तो आप भी जानें Passion (जुनून), Proficiency (निपुणता), Professional acumen (पेशेवर कुशाग्रता) और Political acumen (राजनीतिक कुशाग्रता). पीएम मोदी इस फॉर्मूले के माध्यम से पांचवें P यानी Progress (विकास) का अपना वादा पूरा करना चाहते हैं, ताकि 2019 के चुनाव में पूरे विश्वास के साथ मैदान में कूदें. साफ तौर पर कहा जाए तो काम के प्रति जुनून, दक्षता, पेशेवराना अंदाज और राजनीतिक कुशलता के आधार पर इन नये चेहरों का चयन किया गया है.
जदयू, अन्नाद्रमुक शामिल नहीं
विस्तार में एनडीए की सहयोगी जदयू शामिल नहीं होगी. चर्चा थी कि जदयू से दो लोगों को जगह मिल सकती है. अन्नाद्रमुक के भी कैबिनेट में शामिल होनी की चर्चा थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों में विलय की प्रक्रिया पूरी हो जाने तक इंतजार करने का मन बनाया है. शिव सेना ने कहा कि उनसे कोई बात नहीं हुई है.