सिरसा : स्वयंभू बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह को रेप के मामले में दोषी ठहराये जाने से पहले सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय पर बड़ी संख्या में एकत्रित हुए डेरा समर्थकों ने शनिवार को यहां से जाना शुरू कर दिया. यहां शुक्रवार को काफी तनाव व्याप्त था. स्थानीय लोगों के साथ डेरा प्रमुख के उन्मादी अनुयायियों ने कहा था कि वे बड़ी संख्या में हैं और अपने आध्यात्मिक नेता की दोषसिद्धि का बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. हालांकि, कई श्रद्धालु शनिवार को बाहर निकलने लगे. पहले लोग छोटे समूहों में निकल रहे थे और जैसे-जैसे समय बीतता गया बड़ी संख्या में लोग वहां से निकलने लगे. पुलिस और प्रशासन लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार घोषणा कर डेरा के अंदर मौजूदा लोगों से परिसर खाली करने की अपील कर रहे हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पहले वे छोटे समूहों में निकल रहे थे, लेकिन अब बड़े समूहों में बाहर निकल रहे हैं. हम कुछ और घंटे में डेरा परिसर के खाली होने की उम्मीद कर रहे हैं.’ राजस्थान के अपने साथियों के साथ डेरा मुख्यालय से निकलनेवाले एक डेरा अनुयायी ने कहा कि उनकी आस्था राम रहीम में बनी हुई है और दावा किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उसने कहा, ‘हम अपने बाबाजी के खिलाफ ऐसे फैसले की उम्मीद नहीं कर रहे थे. उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. वह लंबे समय से मानवता के लिए काम कर रहे हैं.’ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि डेरा मुख्यालय के भीतर डेरा अनुयायियों की ठीक-ठीक संख्या का पता नहीं है, लेकिन ऐसा समझा जाता है कि अब भी उसके भीतर कई अनुयायी हैं.
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम डेरा मुख्यालय के भीतर मौजूद लोगों की ठीक-ठीक संख्या का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ऐसा माना जाता है कि उनमें से ज्यादातर देर रात तक खाली कर देंगे.’ पंचकूला में विशेष सीबीआइ अदालत ने बलात्कार के एक मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को कल दोषी ठहराया था, जिसके बाद भड़की हिंसा में सिरसा में चार लोग मारे गये और 50 डेरा समर्थक घायल हो गये. सेना ने पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों के साथ डेरा परिसरों के प्रवेश केंद्रों पर बैरिकेड लगा दिये. अनुमान के मुताबिक, महिलाओं और बच्चों समेत एक लाख लोग डेरा मुख्यालय में मौजूद हैं. डेरा परिसर करीब 1,000 एकड़ की भूमि पर फैला हुआ है और डेरा का अपना शहर, स्कूल, खेल गांव, अस्पताल और सिनेमा हॉल हैं.
डेरा अनुयायियों ने शुक्रवार को पास के बिजली उपकेंद्र में आग लगा दी थी. डेरा समर्थकों ने एक पुलिस जिप्सी, बिजली विभाग के एक वाहन और पांच मोटरसाइकिलों में आग लगा दी थी. इससे पहले एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा था कि डेरा मुख्यालय को खाली कराने के लिए अभी उसमें प्रवेश करने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि सिरसा में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखना प्राथमिकता है.
33 आर्मर्ड डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल राजपाल पूनिया ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘यहां डेरा मुख्यालय में घुसने की अभी तक कोई योजना नहीं है. हम कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.’ सिरसा जिला प्रशासन ने रविवारकी सुबह छह बजे से सुबह 11 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस, सेना तथा अर्द्धसैन्य बल के कर्मी स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं. स्थानीय पुलिस के अलावा सेना की दो कंपनियों और अर्द्धसैन्य बलों की 10 कंपनियों को तैनात किया गया है. पुलिस ने स्थानीय लोगों को घरों के भीतर रहने के लिए कहा है. पुलिस ने बताया कि यहां शुक्रवार की रात से अभी तक 15 डेरा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है. आइजी (हिसार) एएस ढिल्लों ने डेरा मुख्यालय के बाहर कहा, ‘हम उन लोगों को नहीं बख्शेंगे जिन्होंने कानून अपने हाथ में लिया. हम उनके खिलाफ सख्त कार्वाई करेंगे.’