अमृतसर: चुनाव प्रचार खत्म होने में अब एक माह से भी कम का समय बचा है और भाजपा के उम्मीदवार अरुण जेटली को लगभग हर बैठक, संवाद सत्र में इस सवाल से दो चार होना पड रहा है कि क्या मौजूदा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू उनके पक्ष में प्रचार करेंगे ?पर, कांग्रेस के अमरिंदर सिंह से मुकाबला कर रहे राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कभी भी स्पष्ट तौर पर इसका जवाब ‘हां’ अथवा ‘नहीं’ में नहीं दिया.
भाजपा के लिए लगातार तीन बार इस लोकसभा सीट फतह कर चुके सिद्धू का पार्टी के सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ अच्छे संबंध में नहीं, जिसके कारण जेटली को यहां से उम्मीदवार बनाया गया.शुरुआत में सिद्धू के सवाल पर जेटली ने उल्लेख किया कि भाजपा के सभी समर्थक उनके लिए प्रचार करेंगे. लेकिन, सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर के यह कहने के बाद की उनके पति अमृतसर में प्रचार नहीं करेंगे, जेटली ने बिना विस्तार से बताते हुए कहा, ‘‘बांग्लादेश रवाना होने से पहले उन्होंने (सिद्धू) मेरे समक्ष दूसरा विचार व्यक्त किया था.’’ सिद्धू मामले ने अमरिंदर को जेटली पर निशाना साधने का मौका दे दिया है. उन्होंने कहा कि सिद्धू एक ‘अच्छे सांसद’ हैं और उन्होंने अमृतसर सीट इसलिए छोडी क्योंकि अकालियों ने पवित्र शहर में उन्हें विकास कार्य नहीं करने दिया.