Bhagavad Gita Quotes : भगवद् गीता हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहरी शिक्षाएं दी हैं. इसमें कर्म, भक्ति, ज्ञान और योग के सिद्धांतों को समझाया गया है. गुरु का स्थान गीता में अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि गुरु ही शिष्य को सही मार्ग दिखाता है और उसे आत्मज्ञान की प्राप्ति की ओर प्रेरित करता है. गीता में कई श्लोकों के माध्यम से भगवान ने गुरु के महत्व को स्पष्ट किया है, जो शिष्य के जीवन को सही दिशा में मार्गदर्शन करते हैं, भगवद् गीता में बताए गए गुरु के 5 श्लोक:-
– “तद्विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया, उपदेशं ब्रह्मनिष्ठं शिष्येभ्यः परिपालयेत्”
इस श्लोक में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि गुरु को श्रद्धा से प्रणाम करके, विनम्रता से प्रश्न पूछकर और सेवा करके ज्ञान प्राप्त करना चाहिए. गुरु का उपदेश ब्रह्मज्ञान से परिपूर्ण होता है.
– “न हि देहभृता शक्यं त्यक्तुं कर्माण्यशेषतः, यस्तु कर्मफलत्यागी स त्यागीत्यभिधीयते”
इस श्लोक में भगवान श्री कृष्ण यह बताते हैं कि सभी कर्मों को छोड़ना संभव नहीं है, लेकिन जो व्यक्ति अपने कर्मों के फल का त्याग करता है, वही सच्चा त्यागी होता है.
– “अहम् सर्वस्य प्रभवो मत्त: सर्वं प्रवर्तते, इति मत्त्वा भजन्ते मां बुधा भावसमान्विताः”
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि वह सबका कारण हैं, और उनके कारण ही सब कुछ उत्पन्न और नियंत्रित होता है. यह ज्ञान प्राप्त करने के बाद, बुद्धिमान लोग उन्हें भक्ति से पूजते हैं.
– “अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जना: पर्युपासते, तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्”
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा से भगवान को एकमात्र ध्यान में रखते हुए पूजा करते हैं, उनके सभी कार्यों का बोझ भगवान स्वयं उठाते हैं.
– “सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज, अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच:”
इस श्लोक में भगवान श्री कृष्ण अपने शिष्य को यह कहते हैं कि सभी धर्मों को छोड़कर केवल मेरी शरण में आओ, मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूंगा.
यह भी पढ़ें : Bhagavad Gita Quotes : बच्चे हो जाते है आसानी से डीमोटिवेटेड, आज से शुरू कर दें भगवद् गीता को पढ़ना
यह भी पढ़ें : Bhagavad Gita Gyan : सबको रस लेना चाहिए भगवद् गीता का, आप भी न चूकें
यह भी पढ़ें : Bhagavad Gita Quotes : इन कोट्स को पढ़कर आपके भीतर भी आजाएगी पॉजिटिविटि
इन श्लोकों से यह स्पष्ट होता है कि गुरु का मार्गदर्शन आत्मज्ञान और मोक्ष की ओर ले जाने वाला ह