Health Benefits Of Stevia: वर्तमान समय में चीनी हेल्थ संबंधी परेशानियों का दूसरा नाम है. वजन बढ़ने से लेकर मेटाबोलिज्म संबंधी दिक्कतों और मधुमेह तक की वजह चीनी का ज्यादा सेवन ही है. रिफाइंड शुगर हेल्थ के लिए सही नहीं यही वजह है कि लोग चीनी के सेवन से होने वाले नुकसानों से बचने के लिए वर्तमान समय में स्टेविया की ओर रुख कर रहे हैं. स्टेविया एक प्राकृतिक स्वीटनर है जो चीनी से 100 गुना मीठा होता है. हालांकि चीनी की जगह स्टेविया का इस्तेमाल सही है या गलत यह भी जानना जरूरी है.
चीनी बनाम स्टेविया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, चीनी एक दिन में शरीर में कुल ऊर्जा खपत का 5 प्रतिशत से कम होना चाहिए. और लो-कैलोरी मिठास की बात करें तो, स्टीविया हर गुजरते दिन लोकप्रियता हासिल कर रहा है क्योंकि यह एक ही समय में मीठा और सुरक्षित दोनों ही है. यह हानिकारक ट्राइग्लिसराइड्स को भी कमजोर करता है और उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) या अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाता है. कार्बनिक, कैलोरी मुक्त स्वीटनर भी ब्लड शुगर के लेवल में सुधार के लिए जाना जाता है.
क्या स्टेविया चीनी से बेहतर है?
स्टेविया, चीनी के रिप्लेसमेंट फूड के तौर पर एक स्थायी, हर्बल है. चीनी से 100 गुना ज्यादा मीठा होने के बावजूद यह जीरो-कैलोरी कैटेगरी में लिस्टेड है. हेल्थ बेनिफिट्स की बात करें तो, स्टेविया के फायदों के बारे में जान लें...
स्टेविया के फायदे
ब्लड शुगर लेवल को ठीक रखता है.
ओरल कैविटीज और दांतों की सड़न को रोकता है.
वजन बढ़ने के जोखिम को कम करता है.
मेटाबोलिज्म संबंधी डिसऑर्डर के जोखिम को कम करता है.
हार्ट हेल्थ को बेहतर मैनेज करने में सहायक है.
स्टेविया के फायदों को देखते हुए कह सकते हैं कि चीनी को स्टेविया से रीप्लेस करना सही कदम है क्योंकि यह हेल्दी ऑप्शन नैचुरल रूप से होता है और शरीर को नुकसान पहुंचाए बिना स्वाद का आनंद लेने में मदद करता है.