रायगढ़ : फिल्म अदाकारा और नृत्यांगना ईशा देओल ने महिलाओं का यौन उत्पीड़न रोकने के लिए बैंकाक की तर्ज पर भारत में भी डांस बार खोले जाने की वकालत की. रायगढ़ में प्रसिद्ध चक्रधर समारोह में ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देने पहुंची ईशा ने कल संवाददाताओं से कहा कि ऐसे डांस बार खुलने से लोगों की विकृत मानसिकता पर काबू पाया जा सकता है.
ईशा ने दिल्ली में दामिनी कांड के चार आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि एक अन्य आरोपी जो नाबालिग है उसे भी फांसी की सजा दी जानी चाहिए.
उन्होंने फिल्मी दुनिया से रिटायरमेंट की संभावनाओं से इंकार करते हुए कहा कि वह अपनी मां हेमामालिनी और पिता धर्मेंद्र की तरह राजनीति में नहीं आयेंगी और न ही वह आगामी चुनाव में किसी दल के लिए प्रचार करेंगी.
ईशा ने लड़कियों को आत्मनिर्भर रहने की सीख देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति, पहनावा और नृत्य पश्चिम से ज्यादा अच्छा है. लेकिन उनके साथ कोई बदसलूकी करता है तब तत्काल उनका प्रतिकार करना चाहिए.
हिंदी सिनेमा में भारतीय नृत्य कम होने की वजह से लोग अब अपने बच्चों को सालसा और सांबा जैसे विदेशी नृत्य सीखा रहे हैं, इस पर ईशा ने चिंता व्यक्त की. हेमामालिनी से नृत्य और अभिनय तथा पिता धर्मेंद्र से एक्शन सीखने की बात करते हुए ईशा ने रजिया सुल्तान जैसी फिल्म में अभिनय करने की इच्छा व्यक्त की.