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Go Fashion के आईपीओ सब्सक्रिप्शन का आज है आखिरी दिन, जानिए निवेश करना कितना होगा फायदेमंद?

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार कंपनी का मून्यांकन सही स्तर पर है और इस आधार पर इसके आईपीओ में निवेश किया जा सकता है. हालांकि, बाजार विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि सिर्फ जीएमपी को आधार बनाकर निवेश नहीं करना चाहिए.

नई दिल्ली : भारत में महिलाओं के लिए डिजाइनर कपड़े बनाने वाली कंपनी गो फैशन के आईपीओ का सब्सक्रिप्शन लेने का आज आखिरी दिन है. मीडिया की खबरों के अनुसार, पिछले दिनों के अंतराल में इस कंपनी का इश्यू तकरीबन 6.87 गुणा सब्सक्राइब किया गया है. दो दिन पहले कंपनी ने 1013.61 करोड़ रुपये का इश्यू जारी किया था. इसका इश्यू प्राइस 655-690 रुपये है, जबकि ग्रे मार्केट में इसके अनलिस्टेड शेयर 470 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं.

बाजार विशेषज्ञों की ओर से दी जा रही जानकारी के अनुसार, गो फैशन का आईपीओ ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) सोमवार को 470 रुपये है, जो रविवार की तुलना में तकरीबन 30 रुपये कम है. विशेषज्ञों ने कहा कि कंपनी की जीएमपी में गिरावट अनुमान के मुताबिक ही है. पिछले एक हफ्ते से गो फैशन का आईपीओ का जीएमपी 500 रुपये के आसपास बना हुआ था. उन्होंने कहा कि जीएमपी में मजबूती से निवेशकों की अवधारणा का पता चल रहा है. ऐसे में इसका असर आईपीओ सब्सक्रिप्शन पर पड़ना लाजिमी है.

निवेश करना कितना फायदेमंद?

हिंदी की समाचार वेबसाइट मनी कंट्रोल के अनुसार, बाजार मूल्यांकन के लिहाज से देखा जाए, तो इश्यू जारी होने के बाद वित्त वर्ष 2020 के लिए कंपनी का ईवी/ईबीआईटीडीए-30.2एक्स है. यह उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी टीसीएनएस क्लॉथिंग के बराबर ही है. गो फैशन के राजस्व बढ़ोतरी का रिकॉर्ड काफी बेहतर है. हायर ऑपरेटिंग मार्जिन और हाई रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) भी टीसीएनएस क्लॉथिंग के जैसा ही है.

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार कंपनी का मून्यांकन सही स्तर पर है और इस आधार पर इसके आईपीओ में निवेश किया जा सकता है. हालांकि, बाजार विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि सिर्फ जीएमपी को आधार बनाकर निवेश नहीं करना चाहिए. निवेश करने से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति को समझना जरूरी है.

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लाभ की गारंटी नहीं है जीएमपी में सूचीबद्ध होना

वहीं, अंग्रेजी की वेबसाइट मिंट की खबर के अनुसार, जीएमपी में सूचीबद्ध होना लाभ की गारंटी नहीं है. इसलिए, हर किसी को कंपनी की वित्तीय स्थिति को देखना चाहिए. खबर के अनुसार, करीब 1013.61 करोड़ रुपये के आईपीओ में सिर्फ 125 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है. इसके साथ ही, इश्यू का मूल्यांकन भी ज्यादा है. इसलिए निवेशक जीएमपी के बजाय कंपनी की बैलेंस शीट को बारीकी से देखकर ही कदम उठाएं.

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