नयी दिल्ली: देश की सबसे बड़ी मोबाइल फोन सेवा प्रदाता कंपनी भारती एयरटेल, नाइजीरिया की एक अदालत में मुकदमा हार गई. कंपनी को अपनी नाइजीरियाई इकाई में ईकोनेट वायरलेस के 5 प्रतिशत हिस्सेदारी के दावे पर 3 अरब डालर का भुगतान करना पड़ सकता है.
हालांकि, भारती ने कहा कि वह अदालत के फैसले के खिलाफ नाइजीरिया के उच्चतम न्यायालय में अपील करेगी. निचली अदालत ने फैसले में कहा कि ईकोनेट वायरलेस, एयरटेल नाइजीरिया में एक सही हिस्सेदार है. लागोस में अपीलीय कोर्ट ने 14 फरवरी को दिए अपने फैसले में कहा कि एयरटेल कंपनी में ईकोनेट वायरलेस द्वारा हिस्सेदारी पुन: हासिल करने के प्रयासों को रोकने में निचली दो अदालतों के फैसले को खारिज कराने में विफल रही है.
एयरटेल ने आज एक बयान में कहा है कि वह इस फैसले से ‘‘संतुष्ट नहीं है.’’ और इसके खिलाफ वह नाइजीरिया के सुप्रीम कोर्ट में जाएगी. भारती एयरटेल, एयरटेल नेटवर्क नाइजीरिया में 79.06 प्रतिशत की हिस्सेदार है. कंपनी ने कहा है कि जिन शेयरों को लेकर विवाद है, वे एक एस्क्रो खाते में पड़े हुए हैं.
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