मुंबई : सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने सात बोइंग 787.8 ड्रीमलाइनर विमानों को बेचकर 84 करोड़ डालर जुटाने की योजना बनाई है और इन्हें बेचने के बाद वह इन विमानों को पट्टे पर ले लेगी.
कंपनी इन विमानों को बेचकर जुटाए गए धन का इस्तेमाल ‘ब्रिज लोन’ :बड़ा रिण मिलने से पहले शुरुआती आवश्यकता के लिए लिया गया रिण: चुकाने में करेगी. सूत्रों ने कहा कि प्राप्त धन का कुछ हिस्सा परिचालन कार्य पर भी खर्च किया जा सकता है. विमानन कंपनी बोइंग से 11 ड्रीमलाइनर विमान हासिल कर चुकी है. ऐसे और तीन विमान अगले साल मार्च तक इसके बेड़े में शामिल हो सकते हैं.
एयर इंडिया के एक सूत्रबताया, ‘‘ हमने सात बोइंग 787.8 ड्रीमलाइनर विमानों को बिक्री के लिए रखा है और फिर इन्हें वापस पट्टे पर लिया जाएगा.’’उसने कहा कि इन विमानों को बेचकर जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल रिणों के पुनर्भुगतान के लिए किया जाएगा. ये रिण इन विमानों की खरीद के लिए हासिल किए गए थे.
विमान बेचकर फिर उसे पट्टे पर लेना एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें विमान की मालिक कंपनी विमान को एक लीजिंग फर्म को बेचती है और फिर उसे दीर्घकाल के लिए वापस पट्टे पर लेकर उसका इस्तेमाल करती है. एयर इंडिया ने जनवरी, 2006 में 27 ड्रीमलाइनर विमानों, 41 बी.777 एवं बी.737.800 विमानों सहित 68 विमानों का बोइंग को आर्डर दिया था.
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