मुंबई: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपने प्रोत्साहन कार्यक्रम को उम्मीद से पहले वापस लेने की आशंका के बीच आज ज्यादातर एशियाई व यूरोपीय बाजारों में गिरावट आई. इसी के अनुरुप बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में भी 11 सप्ताह की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई और यह 406.08 अंक लुढ़क गया.बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 20,579.26 अंक पर कमजोर खुला और लगातार नकारात्मक दायरे में बना रहा. अंत में यह 406.08 अंक या 1.97 प्रतिशत के नुकसान से 20,229.05 अंक पर बंद हुआ. यह 3 सितंबर के बाद सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है. उस दिन सेंसेक्स 651.53 अंक लुढ़का था.
इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 123.85 अंक या 2.02 प्रतिशत के नुकसान से 6,000 अंक से नीचे यानी 5,999.05 अंक पर आ गया. एमसीएक्स एसएक्स का एसएक्स 40 सूचकांक 237.62 अंक गिरकर 12,008.28 अंक रह गया.
सेंसेक्स की कंपनियों में सबसे ज्यादा गिरावट सेसा स्टरलाइट, लार्सन एंड टुब्रो, भेल तथा एनटीपीसी में दर्ज हुई. सभी 13 वगो’ के सूचकांक नुकसान में रहे.आरकेएसवी के सह संस्थापक रघु कुमार ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व 85 अरब डालर के मासिक बांड खरीद कार्यक्रम को धीरे-धीरे वापस लेने की योजना बना रहा है. इससे पता चलता है कि अमेरिका में रोजगार की स्थिति सुधर रही है.’’
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.