नयी दिल्ली: विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन को अपनी भारतीय अनुषंगी में हिस्सेदारी बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने की अनुमति देने के प्रस्ताव पर 13 नवंबर को विचार करेगा. वोडाफोन इसके लिए 10,141 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली है.
वोडाफोन इंटरनेशनल होल्डिंग्स बी वी की अप्रत्यक्ष मारीशस अनुषंगी सीजीपी इंडिया ने वोडाफोन इंडिया लि. में अल्पांश शेयरधारकों की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए एफआईपीबी के समक्ष आवेदन किया है. आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम की अगुवाई वाले विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की 13 नवंबर की बैठक के एजेंडा में वोडाफोन का प्रस्ताव शामिल है. फिलहाल ब्रिटेन की कंपनी की वोडाफोन इंडिया में 64.38 फीसद की हिस्सेदारी है.
एफआईपीबी की मंजूरी के बाद यह मामला मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति(सीसीईए)के पास भेजा जाएगा. उसकी मंजूरी के बाद वोडाफोन इंडिया पहली मोबाइल परिचालक हो जाएगी, जिसका पूर्ण स्वामित्व विदेशी कंपनी के पास होगा. सरकार ने इस साल अगस्त में विदेशी दूरसंचार कंपनियों को भारत में अपने कारोबार में शतप्रतिशत हिस्सेदारी रखने की अनुमति दी थी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.