संयुक्त राष्ट्र : भारत ने एक ‘सहयोगात्मक’ बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था की तत्काल जरुरत एवं निवेश प्रवाह बढ़ाने पर यह कहते हुए बल दिया है कि विकासशील देशों में आर्थिक वृद्धि बनाए रखने और रोजगार सृजन के लिए इस तरह का वैश्विक वातावरण आवश्यक है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें सत्र में ‘विकास के लिए वित्त व्यवस्था’ विषय पर उच्च स्तरीय वार्ता के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि विकसित देशों के बीच बल प्रदर्शन के जरिए बढ़ते संरक्षणवादी रवैये से विकासशील देशों के लिए बाजार पहुंच मुश्किल हुई है और एफडीआई का स्तर घटा है.उन्होंने कहा कि सतत व समावेशी विकास और गरीबी उन्मूलन विकासशील देशों की प्राथमिकता में सबसे उपर हैं.
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