नयी दिल्ली: स्विस फार्मा कंपनी रोचे होल्डिंग एजी स्तन कैंसर की दवा ‘हरसेपटिन’ के लिये भारत में ‘सेकेंडरी’ पेटेंट की मांग नहीं करेगा. ईमेल के जरिये पूछे गये सवालों के जवाब में रोचे होल्डिंग एजी के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे पेटेंट पोर्टफोलियो की नियमित समीक्षा कारोबार का हिस्सा है.
इस संदर्भ में रोचे भारत में पटेंट के लिये (स्टुजुमाब के लिये सेकेंडरी पेटेंट)मामले को आगे नहीं बढ़ाएगा. वक्ता ने कहा कि भारत में बौद्धिक संपदा माहौल को देखते हुए यह निर्णय किया गया है. इस महीने की शुरुआत में भारत ने रोचे होल्डिंग के ‘हेरसेपटिन’ दवा के लिये पेटेंट आवेदन को ‘वापस लिया हुआ मान’ लिया था क्योंकि कंपनी स्थानीय नियमों का अनुपालन नहीं कर रही थी.
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