नयी दिल्ली: सोने पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 प्रतिशत किए जाने के बाद त्यौहारों से पहले स्टाकिस्टों की ताबड़तोड़ लिवाली के चलते आज सोने की कीमत 1,310 रुपये उछल कर 31,010 रपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी. स्थानीय सोना बाजार में यह दो साल का सबसे तेज उछाल है.शेयर बाजार में भारी गिरावट और […]
नयी दिल्ली: सोने पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 प्रतिशत किए जाने के बाद त्यौहारों से पहले स्टाकिस्टों की ताबड़तोड़ लिवाली के चलते आज सोने की कीमत 1,310 रुपये उछल कर 31,010 रपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी.
स्थानीय सोना बाजार में यह दो साल का सबसे तेज उछाल है.शेयर बाजार में भारी गिरावट और डालर के मुकाबले रपये के लुढकने के साथ साथ वैश्विक संकेतों से भी सोने की चमक बढी.19 अगस्त 2011 के बाद सोने में एक दिन की यह सबसे बड़ी तेजी है जबकि 1,310 रपये की तेजी आई थी.दिल्ली सर्राफा बाजार में छह महीने के बाद सोना 31,000 रपये के स्तर पर पुन: पहुंचा है. 27 नवंबर 2012 को सोना 32,975 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर था.
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की मांग बढ़ने से तेजी का यह रख चांदी में भी दिखाई दिया जिसकी कीमत 3,270 रपये की तेजी के साथ 49,320 रपये प्रति किग्रा हो गयी.यह चांदी में इस वर्ष एक दिन की सबसे बड़ी तेजी है. सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि सोने की कीमतों में भारी तेजी का मुख्य कारण यह है कि सरकार द्वारा चालू खाता घाटा कम करने के लिए सोने और चांदी पर आयात शुल्क बढ़ाने से बाजार में आपूर्ति पर असर पड़ने की आशंका बन गयी है.
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