मुंबई : सार्वजनिक क्षेत्र की कृषि क्षेत्र की ऋणदाता राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने शीत भंडार गृहों के लिए ऋण देने को 1,000 करोड रुपये की राशि रखी है.
इससे देश में कृषि व संबंधित क्षेत्रों के लिए जरुरी बुनियादी ढांचा बनाने में मदद मिलेगी. नाबार्ड के चेयरमैन हर्ष भनवाला ने कहा, सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के अलावा सहकारी क्षेत्र और कृषक उत्पादक संगठन प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर इस ऋण सुविधा का लाभ उठा सकेंगे.
उन्होंने कहा कि हम शीत भंडार गृहों को बढावा देना चाहते हैं. शुरुआत में हमने इसके लिए 1,000 करोड रुपये की राशि रखी है. नाबार्ड ने कहा है कि इस सुविधा का लाभ बागवानी, डेयरी, मांस एवं मांस उत्पाद, मछली एवं मछली उत्पाद तथा अन्य कृषि उत्पाद क्षेत्र के लोगों को मिलेगा.
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