केप टाउन : विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइन्स जिसका परिचालन बंद है, अब वैश्विक विमानन कंपनियों के संघ ‘वनवर्ल्ड’ का हिस्सा नहीं रह गई है. संघ की अब किसी भारतीय विमानन कंपनी को शामिल करने की योजना नहीं है.
वनवर्ल्ड के अध्यक्ष और अमेरिकन एयरवेज के प्रमुख टाम हार्डन ने आईएटीए की सालाना बैठक के मौके पर प्रेट्र से कहा ‘‘किंगफिशर परिचालन नहीं कर रही है. इसलिए वह अब वनवर्ल्ड की सक्रिय सदस्य नहीं है.’’ यह पूछने पर कि क्या उनकी भारतीय कंपनियों विशेष तौर पर बजट विमानन कंपनियों को संघ में शामिल करने की योजना है उन्होंने कहा कि भारत से किसी विमानन कंपनी को शामिल करने की कोई योजना नहीं है और इस संबंध में किसी भारतीय विमानन कंपनी से कोई चर्चा नहीं हो रही है.
हार्टन ने कहा ‘‘हमारी अपने सदस्य कतर एयरवेज और श्रीलंकन एयरलाइन्स के जरिए भारतीय उपमहाद्वीप में उल्लेखनीय उपस्थिति है जिनके विमान भारत में परिचालन करते हैं.’’पिछले साल बकाया नहीं चुकाने के कारण इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन :आईएटीए: से निलंबित होने के बाद किंगफिशर वनवर्ल्ड से जुड़ने की योजना टालने पर सहमत हो गई थी. कंपनी को पिछले साल फरवरी में इस गठजोड़ से औपचारिक तौर पर जुड़ना था. आईएटीए ने किंगफिशर को सदस्य विमानन कंपनियों के बकाए का भुगतान नहीं करने के कारण अपनी जिनीवा स्थित संस्था (आईसीएच) से निलंबित कर दिया था.
विमानन कंपनियों के वैश्विक संघ वनवर्ल्ड में अमेरिकन एयरलाइंस, ब्रिटिश एयरवेज, कैथे पेसिफिक, फिनएयर, जापान एयरलाइन्स, कैंटास और रायल जार्डेनियन शामिल हैं. ये विमानन कंपनियां विश्वभर में 800 गंतव्यों के लिए रोजाना 10,000 से अधिक उड़ानों का परिचालन करती हैं.
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