कोलकाता :टाटा आयरन स्टील कंपनी (टिस्को ) के पूर्व अध्यक्ष रूसी मोदी नहीं रहे. दक्षिण कोलकाता के अलीपुर स्थित अपने आवास पर उन्होंने शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे अंतिम सांस ली. वह 97 वर्ष के थे. अधिक उम्र होने के कारण वह शारीरिक रूप से लाचार हो गये थे. रविवार को उनका अंतिम संस्कार केवड़ातला महा श्मशान घाट में किया गया. परिवार की इच्छा के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक हुआ.
रूसी मोदी औद्योगिक प्रबंधन के क्षेत्र में दुनिया भर में मशहूर थे. वह 1984 से मार्च 1993 तक टिस्को के अध्यक्ष रहे. उनका जन्म बंबई प्रेसीडेंसी में एक पारसी परिवार सर होमी मोदी और लेडी जेराबाइ के घर 17 जून 1918 को हुआ था. उनके दो भाई थे. रूसी मोदी की शादी सिलु मुगासेठ से हुई थी. उनकी कोई संतान नहीं थी. रूसी मोदी ने आरंभिक शिक्षा लंदन के हैरो स्कूल से ली. बाद में लंदन के क्राइस्ट चर्च कॉलेज से उन्होंने स्नातक किया. भारत लौटने के बाद वर्ष 1939 में टिस्को में ऑफिस असिस्टेंट के रूप में नियुक्त हुए.
इसके बाद अध्यक्ष बने. नौ वर्ष तक टाटा स्टील का नेतृत्व करने के बाद टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा के साथ कथित विवाद के कारण उन्हें 1993 में टिस्को से बाहर हो गये. टिस्को से सेवानिवृति के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने रूसी मोदी को एयर इंडिया और पूववर्ती इंडियन एयरलाइंस का संयुक्त अध्यक्ष नियुक्त किया था. भारत सरकार ने उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें 1989 में पद्मभूषण पुरस्कार से नवाजा था. काम से सेवानिवृत के बाद उन्होंने कोलकाता महानगर को अपना घर बना लिया और यहां अकेले रहते थे.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.