नयी दिल्ली:निजी क्षेत्र के आइसीआइसीआइ बैंक का चालू वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही (गत जनवरी-मार्च) का एकीकृत शुद्ध लाभ नौ फीसदी बढ़ कर 2,724 करोड़ रुपये रहा. साल भर पहले यह 2,492 करोड़ रुपये था. आइसीआइसीआइ बैंक ने एक बयान में कहा कि इस दौरान उसका अकेले का शुद्ध तिमाही लाभ 15.01 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2,652 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,304 करोड़ रुपये था.
पूरे 2013-14 के वित्त वर्ष में एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत बढ़ कर 9,810 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 8,325 करोड़ रुपये रहा था. चौथी तिमाही में बैंक की एकल आमदनी 15.05 प्रतिशत बढ़कर 14,465 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 12,573 करोड़ रुपये थी. पूरे वित्त वर्ष में बैंक की एकीकृत आमदनी बढ़ कर 79,564 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी, जो 2012-13 में 74,204 करोड़ रुपये रही थी. बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में बैंक ने कहा है कि 2013-14 में बैंक में एकीकृत शुद्ध मुनाफा 15 प्रतिशत बढ़ कर 11,041 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2012-13 में 9,604 करोड़ रुपये था. चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा नौ प्रतिशत बढ़ कर 2,724 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,492 करोड़ रुपये रहा था. बैंक ने 23 रुपये प्रति शेयर के लाभांश का प्रस्ताव किया है.
वित्त वर्ष में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (निम) सुधर कर 3.33 फीसद पर पहुंच गया, जो 2012-13 में 3.11 प्रतिशत पर था. चौथी तिमाही में बैंक का निम 3.35 प्रतिशत रहा. इसके अलावा वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) मामूली घट कर 3.03 प्रतिशत पर आ गयीं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3.22 फीसदी पर थीं. हालांकि, मार्च में समाप्त तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए बढ़ कर 0.97 प्रतिशत हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 0.77 प्रतिशत था.
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