नयी दिल्लीः रिलायंस जियो ने टेलीकॉम इंडस्ट्री में खलबली मचा दी है. आप कुछ महीनों में अपने मोबाइल बिल पर आये अंतर पर गौर करेंगे तो आप पायेंगे कि कैसे आपकाे मोबाइल का बिल कम होता गया. जियो ने ने फ्री वाइस कॉल देकर दूसरी कंपनियों के लिए चुनौती खड़ी कर दी है. एक तरफ जियो ने बाजार में तलहलका मचा रखा है तो दूसरी तरफ टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया अब मोबाइल ऑपरेटर्स की वह फीस कट करने की तैयारी में है जो वे कॉल कनेक्ट करने के एवज में एक-दूसरे को देते हैं.
इस वक्त इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज’ (IUC) 14 पैसे प्रति मिनट की दर से चल रहा है. इसे 10 पैसे प्रति मिनट किया जा सकता है. आईयूसी पर इसलिए भी बवाल मचा है क्योंकि जियो फ्री में लोगों को बातचीत करा रही है तो दूसरी तरफ कंपनियां इससे करोड़ों का मुनाफा कमा रही है. अगर आप दूसरी कंपनी को नेटवर्क भी इस्तेमाल कर रहे है तो जियो के आने के बाद एयरटेल, आइडिया, वोडाफोन जैसी कंपनियों को भी अपने कॉल रेट और् डाटा पैक में कटौती करनी पड़ी है.
मोबाइल में घटती बिल का फायदा पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों तरह के ग्राहकों को मिला है. एक तरफ टॉप अप रिचार्ज में नये – नये ऑफर्स का लाभ उपभोक्ताओं को मिला तो दूसरी तरफ प्रीपेड ग्राहकों को अपने साथ रखने के लिए कंपनियों ने कई ऑफर दिये हैं. मोबाइल कंपनियां इतनी स्मार्ट है कि वह यूजर्स की जरूरत के हिसाब से योजनाएं बना रही है. जिनका डाटा ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है उन्हें उस आधार पर ऑफर दिया जा रहा है, जो ज्यादा बातचीत करते हैं उन्हें अच्छी टॉकटाइम का ऑफर. बाजार और टेलीकॉम कंपनी की टक्कर ने सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाया है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.