रामगढ़ विधानसभा चुनाव 2025 (Ramgarh Assembly Election 2025)
रामगढ़: रामगढ़ विधानसभा सीट का गठन 1951 में हुआ था. यह सीट पहले जनता दल और बाद में आरजेडी के प्रभाव में रही है. 2009 और 2010 के उपचुनावों में अंबिका सिंह ने जीत दर्ज की थी. 2015 में भाजपा ने इस सीट पर कब्जा किया. 2020 में आरजेडी ने वापसी की, लेकिन 2024 में भाजपा ने फिर से जीत हासिल की. रामगढ़ की राजनीति में जातिगत समीकरण, स्थानीय मुद्दे और पार्टी रणनीतिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. यह सीट बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है.
बिहार के कैमूर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट ने हाल के वर्षों में कई सियासी उतार-चढ़ाव देखे हैं. यह सीट महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी टक्कर का गवाह रही है. आइए, पिछले तीन चुनावों के परिणामों पर एक नजर डालते हैं:
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव 2024: बीजेपी की वापसी(Ramgarh Assembly Election)
2024 में हुए उपचुनाव में बीजेपी के अशोक कुमार सिंह ने 1,362 वोटों से जीत दर्ज की. उन्हें कुल 62,257 वोट मिले. बसपा के सतीश कुमार यादव 60,895 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि राजद के अजीत सिंह को 35,825 वोट मिले. यह उपचुनाव पूर्व विधायक सुधाकर सिंह के सांसद बनने के कारण हुआ था. इस जीत ने बीजेपी की सियासी स्थिति को मजबूत किया.
रामगढ़ विधानसभा चुनाव 2020: आरजेडी की जीत(Ramgarh Vidhan Sabha)
2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के सुधाकर सिंह ने बसपा के अंबिका यादव को 189 वोटों से हराया. उन्हें 58,083 वोट मिले, जबकि अंबिका यादव को 57,894 वोट मिले. भाजपा के अशोक कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे. यह चुनाव महागठबंधन और एनडीए के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था.
रामगढ़ विधानसभा चुनाव 2015: बीजेपी का कब्जा
2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने आरजेडी के अंबिका सिंह को हराया. अशोक कुमार सिंह को 57,501 वोट मिले, जबकि अंबिका सिंह को 49,490 वोट मिले. इस चुनाव में भाजपा ने रामगढ़ सीट पर कब्जा जमाया.