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फुलवारीशरीफ : बवाल में 40 गिरफ्तार, चौक-चौराहे पर फोर्स तैनात
फुलवारीशरीफ में किसी भी तरह के जुलूस और प्रदर्शन पर प्रशासन ने लगायी रोक फुलवारीशरीफ : बंद के दौरान शनिवार को फुलवारी में दो गुटों के बीच खूनी झड़प के मामले में पुलिस ने सीओ फुलवारी कुमार कुंदन लाल के बयान पर 101 को नामजद अभियुक्त बनाया है और 1000 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज […]
फुलवारीशरीफ में किसी भी तरह के जुलूस और प्रदर्शन पर प्रशासन ने लगायी रोक
फुलवारीशरीफ : बंद के दौरान शनिवार को फुलवारी में दो गुटों के बीच खूनी झड़प के मामले में पुलिस ने सीओ फुलवारी कुमार कुंदन लाल के बयान पर 101 को नामजद अभियुक्त बनाया है और 1000 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है. पुलिस ने शनिवार की पूरी रात छापेमारी कर 40 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उपद्रवियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं.
एक पक्ष से 23 लोग व दूसरे पक्ष से 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फुलवारीशरीफ में 45 संवेदनशील स्थानों पर पुलिस व दंडाधिकारी की तैनाती की गयी है. इसमें लगभग 300 बल को भी लगाया गया है. इस बवाल के बाद पुलिस इलाके में वायरल हो रहे वीडियो व वाट्सएप को खंगाल रही है.
माहौल शांतिपूर्ण : शनिवार को राजद के बिहार बंद के दौरान फुलवारीशरीफ के शहीद चौक से लोगों ने नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला था. टमटम पड़ाव पहुंचने के बाद प्रदर्शनकारियों की भीड़ संगतपर मोहल्ले से होकर आगे जाने की जिद पर अड़ गयी थी.
इसके बाद संगतपर निवासियों ने जुलूस का रास्ता रोक लिया था. पुलिस ने भी उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी. जुलूस में शामिल व संगतपर की ओर से उपद्रवियों के बीच हुए पथराव में एक धार्मिक स्थल को भी क्षति पहुंची थी. दोनों गुटों में जमकर हुई पत्थरबाजी के बीच फायरिंग में कई लोगों को गोली लगी थी. रविवार की सुबह एसएसपी गरिमा मलिक के नेतृत्व में पूरे शहर में फ्लैग मार्च किया गया. शहर में प्रशासन की चौकसी से शांतिपूर्ण माहौल कायम हो चुका है.
संविधान के दायरे में रहकर एनआरसी व सीएए का विरोध जारी रखेंगे : अमीर हजरत मौलाना वली रहमानी ने इमारत शरिया के सालाना बोर्ड की बैठक में कहा कि संविधान के दायरे में रहकर एनआरसी बिल व सीएए कानून का विरोध जारी रहेगा. मुल्क की गंगा-जमुनी तहजीब को समाप्त करने के नापाक इरादे वाले लोगों के मंसूबे सफल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि किसी के बहकावे में नहीं आएं.
धर-पकड़ के लिए होती रही छापेमारी
शनिवार को टमटम पड़ाव के पास राजद के बिहार बंद के दौरान हुए बवाल, रोड़ेबाजी व गोलीबारी की घटना के बाद रात भर प्रमंडलीय आयुक्त एसके अग्रवाल, डीएम कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मलिक, सिटी एसपी पश्चिमी अभिनव राज प्रशासनिक अमले के साथ फुलवारी में डटे रहे. इस दौरान प्रशासन ने संगत पर इसापुर सहित अन्य इलाकों से बवाल में शामिल उपद्रवियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की.
इधर, जिला प्रशासन ने फुलवारी में किसी भी तरह के जुलूस प्रदर्शन पर रोक लगा दी है. एसएसपी गरिमा मलिक ने कई संगठनों के लोगों के साथ बैठक कर हिदायत दी है कि कोई भी किसी तरह के जुलूस या धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रद्द कर दें. प्रशासन ने भाजपा नेता रमेश यादव, गौरी शंकर, इमरान बुखारी सहित अन्य को खास हिदायत दी है.
101 लोग नामजद, 1000 अज्ञात पर मामला दर्ज
40 लोगों की हुई गिरफ्तारी में तीन महिलाएं भी शामिल
एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस का फ्लैग मार्च
पथराव और फायरिंग निंदनीय : वाम दल
पटना : भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार, फाॅरवर्ड ब्लाॅक के अमेरिका महतो और आरएसपी नेता वीरेंद्र ठाकुर ने बिहार बंद समर्थकों पर पथराव व फायरिंग की कड़ी निंदा की है. वाम नेताओं ने कहा कि फुलवारीशरीफ की घटना के पीछे आरएसएस व बजरंगज दल का हाथ है. वहीं, भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय जांच टीम ने फुलवारीशरीफ की घटना का बारीकी से अध्ययन किया.
इस टीम ने लापरवाही बरतने के लिए स्थानीय प्रशासन पर कार्रवाई करने, अल्पसंख्यक समुदाय पर छापेमारी रोकने, हमले के रिंग लीडरों को गिरफ्तार करने, घायलों के समुचित इलाज व दो-दो लाख का मुआवजा प्रदान करने आदि मांगें उठायी हैं. इधर, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने राजद नेतृत्व से पत्रकारों पर हमला करने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं, राजद के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार,अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव उपेंद्र चंद्रवंशी ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सत्ता पक्ष के लोग बेवजह राजद को बदनाम कर रहे हैं. पत्रकारों पर हमले की राष्ट्रीय जनता दल कड़ी भर्त्सना करता है.
कांग्रेस, राजद और रालोसपा के 27 नेताओं पर कोतवाली व गांधी मैदान थानों में मुकदमा दर्ज
पटना : सीएए व एनआरसी के खिलाफ नियम के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस, राजद व रालोसपा के 27 बड़े नेताओं पर नामजद सहित सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली व गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग ठिकानों पर रविवार को छापेमारी की.
मीडियाकर्मियों पर हमला करने वाले दो लोगों की हुई पहचान : पुलिस का दावा है कि मीडियाकर्मियों पर हमला करने वाले दो आरोपितों की पहचान कर ली गयी है. दोनों ही एक पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं.
डाकबंगला चौराहे पर लगे ट्रैफिक पुलिस के सीसीटीवी कैमरे में आरोपितों की तस्वीर कैद हो गयी है. फुटेज के आधार पर पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने एक्जीबिशन रोड में गुट बनाकर प्रदर्शन कर रहे लोगों की पहचान कर गांधी मैदान थाने में केस दर्ज कराया है.
इन पर हुई प्राथमिकी
शिवानंद तिवारी, तेजस्वी यादव, जगतानंद सिंह, मदन मोहन झा, अब्दुल बारी सिद्दीकी, भाई वीरेंद्र, शकील अहमद, उपेंद्र कुशवाहा, सुनील कुमार, आयुष कुमार, सिरीजन स्वराज, कारी साहेब, अवधेश कुमार सिंह, पूनम पासवान, ब्रजेश पांडेय, उमेश मिश्रा, गणेश शंकर सिंह, गौतम कुमार, अरुण मिश्रा, अजय पासवान, संतोष कुशवाहा, डॉ विश्वास, छोटू सहनी, विकास बॉक्सर, मो अल्तमस व आशुतोष शर्मा.
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मुकदमा : गैर कानूनी तौर पर जमावड़ा कर हिंसक आंदोलन व इससे आम लोगों की जान-माल की हानि की धारा 147 व बिना अनुमति लिए आंदोलन कर दंगा कराने की धारा 188, 341, 504, 505, 149, 323 आदि के तहत मुकदमा दर्ज की गयी है.
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