मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच के डिलीवरी रूम में शुक्रवार को शॉर्ट सर्किट से एसी के मेन स्विच में आग लग गयी. स्विच से निकली चिनगारी से खिड़की के पर्दे में आग लग गयी. साथ ही फर्श पर रखे कपड़े में भी आग लग गयी. इससे वार्ड में धुआं भरने लगा. धुआं देख कर वार्ड में मौजूद मरीज और उनके परिजनों में अफरातफरी मच गयी. मरीज और परिजन इधर-उधर भागने लगे. इस बीच बिजली काट दी गयी. आग की लपटें आने लगीं, तो नर्स और डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट करने लगे. इसी बीच दो महिलाओं को प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. डॉक्टरों ने भागम-भाग के बीच दो महिलाओं को फर्श पर लिटा कर डिलेवरी कराया.
अफरातफरी के बीच दो नवजात का जन्म
आग को बुझाने के लिए सुरक्षाकर्मी अग्निशमन सिलेंडर लेकर वॉर्ड में पहुंच गये. गैस से आग पर काबू पाया गया. दूसरी ओर गायनिक की डॉक्टर और नर्स को यह चिंता थी कि इस आपात स्थिति में किस तरह मरीजों को बेहतर इलाज दिया जाये. शुक्रवार को भर्ती दो महिलाओं को आग लगने से पहले प्रसव पीड़ा होने पर डिलीवरी रूम में लाया गया था. दोनों महिलाओं का प्रसव कराया जाना था. इसी दौरान स्विच बोर्ड से आग की लपटें निकलने लगीं. अस्पताल के कर्मचारी एक वॉर्ड से दूसरे वार्ड में मरीजों को निकालने के लिए दौड़ रहे थे.
50 से अधिक प्रसूताएं थीं भर्ती
गायनिक वार्ड में आग लगने के समय वार्ड में लगभग 50 से अधिक प्रसूता भर्ती थीं. उनके परिजन भी काफी संख्या में वार्ड में मौजूद थे. इस बीच आग लगने से मची अफरातफरी में आधा दर्जन परिजन अपने मरीज को लेकर निजी अस्पताल में चले गये.
दो प्रसूताओं की ओपीडी में हुई डिलेवरी
शॉर्ट सर्किट से लगी आग से मची अफरातफरी के बीच दो और महिलाओं को प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. डिलेवरी कक्ष में आग के बुझाने के दौरान फैली गंदगी को देख कर इमरजेंसी को डिलीवरी रूम बनाया गया. दोनों मरीजों को ओपीडी में ही ले जाकर प्रसव कराया गया. प्रसव के बाद सभी जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. डिलीवरी कक्ष की सफाई कर फिर से चालू कर दिया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से डिलीवरी रूम में आग लगी थी. इससे किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है. अग्निशमन सिलेंडर से आग पर काबू पाया गया.