जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर विकास विभाग की बड़ी कार्रवाई
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पटना को डुबोने वाले एक आइएएस समेत 19 सस्पेंड, सात हुए बर्खास्त
जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर विकास विभाग की बड़ी कार्रवाई पटना : सितंबर, 2019 में पटना में हुए जलजमाव के दोषी 26 अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. इनमें बुडको के तत्कालीन एमडी व आइएएस अधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह और नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त व आइआरएस अधिकारी अनुपम कुमार […]
पटना : सितंबर, 2019 में पटना में हुए जलजमाव के दोषी 26 अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. इनमें बुडको के तत्कालीन एमडी व आइएएस अधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह और नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त व आइआरएस अधिकारी अनुपम कुमार सुमन समेत 19 अधिकारियों को निलंबित किया गया है, जबकि संविदा पर नियुुक्त सात इंजीनियरों को सेवामुक्त कर दिया गया है. वहीं बुडको के असिस्टेंट इंजीनियर मुरलीधर प्रसाद सिंह की पेंशन रोक दी गयी है. सोमवार को नगर विकास व आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने बताया कि गृह विभाग की अनुशंसा पर गठित उच्चस्तरीय जांच टीम की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हुई थी.
इस पर विभाग की ओर से समीक्षा की गयी. समीक्षा के बाद सभी संबंधित दोषियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया गया है. गौरतलब है कि जांच टीम के रिपोर्ट की सबसे पहले सीएम स्तर से समीक्षा कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया था. उसी के आलोक में नगर विकास व आवास विभाग ने कार्रवाई शुरू की है.
विभाग ने जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर बुडको के तत्कालीन एमडी व आइएस अधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह को दोषी पाया था. अब उनको निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया गया है. वहीं दोषी पाये गये तत्कालीन नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन कार्रवाई के लिए राज्य सरकार का कार्मिक विभाग केंद्र सरकार से अनुशंसा करेगा.
इसके अलावा तीन डिप्टी कलेक्टर -कंकड़बाग की तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी पूनम कुमारी, बांकीपुर अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार तरुण व नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है. इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की शुरुआत होगी. इसकी अनुशंसा कार्मिक विभाग को भेज दी गयी है. इसके अलावा नगर सेवा के अधिकारी व पाटलिपुत्र अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार को भी निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गयी है.
पहले भी हुई थी कार्रवाई
14 अक्तूबर, 2019 : सीएम की समीक्षा के बाद मुख्य सचिव ने बुडको के 11 इंजीनियरों को नोटिस जारी किया था. साथ ही पटना नगर निगम के छह सफाई निरीक्षकों को निलंबित करने का आदेश दिया था.
15 अक्तूबर, 2019 : सरकार ने नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद व बुडको के एमडी अमरेंद्र प्रसाद सिंह को हटा दिया था. साथ ही जलजमाव के कारणों की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनायी थी.
किस पर क्या दोष
तत्कालीन नगर आयुक्त : तत्कालीन नगर आयुक्त अनुपम कुमार सुमन को नालों की सफाई नहीं करवाने, अन्य विभागों से समन्वय नहीं करने, मॉनसून से पहले जलजमाव से बचाव की तैयारी में लापरवाही का दोषी पाया गया है.
बुडको एमडी : बुडको के तत्कालीन एमडी अमरेंद्र प्रसाद सिंह को संप हाउसों के संचालन ठीक से नहीं करने, मरम्मत व रखरखाव में लापरवाही करने का दोषी पाया गया है.
कार्यपालक पदाधिकारी : सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को नालों की ठीक से सफाई नहीं करने व नालों में गाद रहने के कारण दोषी पाया गया है.
बुडको के ये 13 इंजीनियर निलंबित
बुडको के मुख्य अभियंता रहे भवानी नंदन (वर्तमान में पथ निर्माण विभाग), बुडको में रहे पीएचइडी के अधीक्षण अभियंता रामचंद्र प्रसाद, कार्यपालक अभियंता सुदर्शन प्रसाद सिंह, कनीय अभियंता अनिल कुमार महतो, कनीय अभियंता विजय कुमार सिंह, बुडको में रहे पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार चौधरी, कार्यपालक अभियंता योगेंद्र कुमार, अधीक्षण अभियंता ओम प्रकाश, प्रभारी अधीक्षण अभियंता सूर्यकांत, बुडको में रहे पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता दयाशंकर प्रसाद, कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार, जेइ राज कुमार व संदीप कुमार. देखें पेज 02 भी
ये सात इंजीनियर सेवामुक्त : मुख्य अभियंता मदन मोहन कुमार, अधीक्षण अभियंता देवेंद्र प्रसाद, कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार, कार्यपालक अभियंता संदीप कुमार, अधीक्षण अभियंता अजय कुमार, जेइ सुशील कुमार व राहुल कुमार.
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