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झारखंड : पारसनाथ में एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी की एंट्री, पुलिस-प्रशासन अलर्ट

गिरिडीह के पारसनाथ जंगल में एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा की एंट्री की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया. अभियान के साथ-साथ नक्सलियों की हर गतिविधियों पर भी नजर तेज कर दी गयी है. इनके दस्ते के सदस्य एके 47 और इंसास समेत कई हथियारों से लैस है.

गिरिडीह, मृणाल कुमार : भाकपा माओवादी संगठन के सेंट्रल कमेटी मेंबर प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा उर्फ फुचना उर्फ नागो मांझी उर्फ करण दा ने पारसनाथ की कमान संभाल ली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विवेक दा ने पारसनाथ में अपनी एंट्री भी दे दी है. विवेक दा पर एक करोड़ का ईनाम है और यह माओवादी संगठन का सबसे चालाक और बड़ा नक्सली है. इसकी तूती न सिर्फ झारखंड बल्कि बिहार, छतीसगढ़ से लेकर ओडिशा तक बोलती है. यही कारण है कि पारसनाथ में नक्सलियों की कमर टूटते देख संगठन ने विवेक दा के कंधों पर पारसनाथ की कमान सौंप दी है. इधर, अब विवेक दा को पारसनाथ की कमान मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और अभियान के साथ-साथ नक्सलियों की हर गतिविधियों पर भी अपनी नजर तेज कर दी है.

कौन-कौन है विवेक दा के साथ :

जानकारी के अनुसार, प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा के साथ में कई अन्य बड़े-बड़े इनामी नक्सली भी साथ है. जिसमें मुख्य रूप से नक्सली परवेज मांझी उर्फ अनुज दा, अरविंद यादव उर्फ नेताजी, हार्डकोर नक्सली नारायण कोड़ा समेत कई नक्सली शामिल है. इन नक्सलियों के पास एके 47 और इंसास समेत कई हथियार भी है. इस दस्ते में करीब 50 से अधिक नक्सली शामिल है. जिसमें एक दर्जन की संख्या में महिला नक्सली भी है.

कहां का रहने वाला है विवेक दा

एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा वैसे तो धनबाद जिले के टुंडी के दलबुढ़ा का रहने वाला है, लेकिन यह न सिर्फ पारसनाथ पर्वत बल्कि इसके अलावा छतीसगढ़, झुमरा, बिहार से लेकर बंगाल तक में रह चुका है और संगठन के लिए वर्षों से काम करते हुए आ रहा है. विवेक दा के खिलाफ सिर्फ गिरिडीह जिले में ही 50 से अधिक मामले दर्ज है.

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पुलिस ने चारों ओर से कर रखी है घेराबंदी

मालमू हो कि पारसनाथ पर्वत को नक्सलमुक्त बनाने के उद्देश्य से गिरिडीह पुलिस की ओर से निरंतर अभियान चलाया जा रुक है. हाल के दिनों में गिरिडीह पुलिस ने कई हार्डकोर और इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है1 जिसके बाद पारसनाथ इलाके में नक्सलियों की कमर लगभग टूट चुकी है. हाल के दिनों में गिरिडीह पुलिस ने पारसनाथ इलाके में आतंक मचाने वाले 25 लाख के इनामी नक्सली नंदलाल मांझी, 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा समेत दर्जनों हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा कई नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. यही कारण है कि नक्सलियों के थिंक टैंक माने जाने वाले पोलित ब्यूरो सदस्य व एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद पारसनाथ की कमान एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा ने खुद संभाल ली थी, लेकिन अब मिसिर बेसरा ने विवेक दा को पारसनाथ की कमान सौंप दी है. इधर, पुलिस ने पूरे इलाके में घेराबंदी कर रखी है.

सभी स्पाई को पुलिस ने कर दिया है अलर्ट

इधर, पारसनाथ पर्वत में विवेक दा की इंट्री होने की सूचना पुलिस को ग्रामीणों और उनके स्पाइयों द्वारा मिलने के बाद पुलिस पूरी तरह से एक्टिव हो गयी. पुलिस ने पूरे पारसनाथ जोन में अपने स्पाइयों को अलर्ट कर दिया है और विवेक और दस्ते में शामिल नक्सलियों की हर गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दे रखा है. इधर एक वरीय पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि विवेक के पारसनाथ में इंट्री होने की सूचना मिली है. दो दिनों पूर्व भी विवेक को देखा गया है. पुलिस पूरी तरह से एक्टिव है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विवेक दा के नेतृत्व में नक्सलियों की एक बैठक भी हुई है, इसके अलावा विवेक दा की इंट्री के बाद तोपचांची में नक्सलियों ने 20 मई को जेसीबी भी जलायी है. इस घटना के बाद पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गयी है.

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