सोलापुर: भाजपा पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज लाल कृष्ण आडवाणी और जसवंत सिंह जैसे वरिष्ठ पार्टी नेताओं की तारीफ की और कहा कि वरिष्ठों का ‘‘अपमान’’ नहीं किया जाना चाहिए.
शिंदे ने कहा, ‘‘हमें वरिष्ठों का सम्मान जरुर करना चाहिए. पार्टी में उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए. जसवंत सिंह मंत्री रह चुके हैं और विदेश मंत्रलय में उन्होंने अच्छा काम किया था. यहां तक कि आडवाणीजी का भी पूरा देश सम्मान करता है. बाकी चीजें छोड दीजिए कि उन्होंने क्या किया था और कब किया था. पर एक व्यक्ति के तौर पर पूरा देश उनका सम्मान करता है.’’ टिकट न दिए जाने से नाराज पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने राजस्थान की बाडमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन-पत्र दाखिल किया है.
शिंदे ने कहा कि संप्रग-दो के शासनकाल में देश पहले से ज्यादा महफूज हुआ है और छत्तीसगढ में नक्सलवाद एक बडी समस्या है. गृह मंत्री ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘राज्यों की मदद से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित इलाकों पर हमारा नियंत्रण कायम हुआ. छत्तीसगढ एकमात्र चिंता का विषय है. बस्तर इलाके में बडा घना जंगल है. नक्सल हिंसा की दो घटनाएं बस्तर में ही हुई हैं. उसे छोडकर अन्य इलाकों में नक्सल आंदोलन में पूरी तरह गिरावट आ चुकी है.’’ शिंदे ने कहा कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु और मुंबई में 26..11 हमले के दोषी आमिर अजमल कसाब को मौत की सजा से जुडे आदेश को लागू कराने को लेकर उन पर कोई दबाव नहीं था.