मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में नैक मूल्यांकन की तैयारियों को झटका लग सकता है. ऐसा समय पर सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) तैयार नहीं कर पाने के कारण है. विवि को 15 सितंबर तक एसएसआर रिपोर्ट नैक की वेबसाइट पर लोड करने के साथ-साथ उसकी हार्ड कॉपी नैक कार्यालय में भेजनी है. पर फिलहाल विवि रिपोर्ट तैयार नहीं कर सकी है. ऐसे में नैक की ओर से विवि को जारी ट्रैक आइडी के रद्द होने का खतरा मंडराने लगा है.
इस वर्ष की शुरुआत में विवि ने मूल्यांकन के लिए नैक को लेटर ऑफ इंटेंट भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया. नैक ने इसके बाद मार्च महीने में विवि को ट्रैक आइडी भी जारी कर दिया. नियमों के तहत ट्रैक आइडी जारी होने के छह माह के भीतर विवि को एसएसआर नैक को उपलब्ध करा देना अनिवार्य है. ऐसा नहीं होने पर उसका ट्रैक आइडी स्वत: रद्द हो जायेगा. यहीं नहीं, नैक को भेजे जाने वाले एसएसआर रिपोर्ट को 15 अगस्त तक विवि के आधिकारिक वेबसाइट पर भी डालना था, ताकि उसे पढ़ कर कोई व्यक्ति उस पर आपत्ति जता सके. पर विवि ऐसा नहीं कर सकी.
क्या होगा नुकसान : यूजीसी ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना के तहत उन्हीं विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को अनुदान देने का फैसला लिया है, जो नैक मूल्यांकित होंगे. ट्रैक आइडी रद्द होने की स्थिति में विवि को नये सिरे से मूल्यांकन के लिए पहल करनी होगी. इसका असर यूजीसी से मिलने वाली राशि पर पड़ सकता है.