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जमशेदपुर : अब शपथ पत्र से ही मिल जायेगा कर्मियों को पीएफ से लोन
जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों को कर्मचारी भविष्य निधि (पीएफ) से जमीन व फ्लैट खरीदने, बच्चों की उच्च शिक्षा और शादी ब्याह के लिए कागजात जमा करने की बाध्यता नहीं होगी. कर्मचारियों को बस शपथ पत्र देना होगा, इसके बाद उनकी कुल जमा पूंजी की 90 फीसदी राशि लोन के रूप में मिल जायेगी. […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों को कर्मचारी भविष्य निधि (पीएफ) से जमीन व फ्लैट खरीदने, बच्चों की उच्च शिक्षा और शादी ब्याह के लिए कागजात जमा करने की बाध्यता नहीं होगी. कर्मचारियों को बस शपथ पत्र देना होगा, इसके बाद उनकी कुल जमा पूंजी की 90 फीसदी राशि लोन के रूप में मिल जायेगी.
बुधवार को टाटा स्टील पीएफ ट्रस्टी की बैठक में इसका फैसला लिया गया. नया नियम तत्काल प्रभाव से लागू करने की सहमति बनी. अभी कर्मचारियों को अपने पीएफ से लोन लेने के लिए कागजात और शादी-ब्याह के लिए कार्ड जमा करने पड़ते थे. दस्तावेजों की जांच में एक माह तक का समय लग जाता था.
बैठक में प्रबंधन की ओर से एकाउंट विभाग के चीफ पार्थो बसु और यूनियन की ओर से मुमताज अहमद, ओपी सिंह,आमोद दुबे आदि मौजूद थे. टाटा स्टील के वैश्विक सीइओ सह प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मौजूद थे.
अप्रैल से नवंबर तक नन- रिफंडेबल लोन में गिरावट
पीएफ लोन के लिए गलत शपथ पत्र देने पर कर्मचारी पर टाटा कोड ऑफ कंडक्ट के तहत कार्रवाई होगी. कर्मचारी ने जिस मद में लोन के लिए आवेदन दिया है, राशि उसी मद में खर्च करनी होगी. बैठक में यह बात सामने आयी कि अप्रैल से नवंबर 2018 तक नन- रिफंडेबल लोन में गिरावट आयी है.
इसे देखते हुए निर्णय लिया गया कि नन-रिफंडेबल कर्ज लेने से रोकने के लिए कर्मचारियों की काउंसेलिंग की जायेगी. कर्मचारियों को वीपीएफ (वोलंटरी भविष्य निधि) एकाउंट खोलने की सलाह दी जायेगी.
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