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केंद्र की तारीफ से किसी को दर्द होता है तो होने दें : मांझी

पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र अगर मदद करता है, तो धन्यवाद देने में कोताही नहीं होनी चाहिए. इसको लेकर किसी के पेट में दर्द होता है, तो होता रहे. हमें इसकी परवाह नहीं है. बिहार में कृषि के विकास के लिए की गयी घोषणाओं को लेकर केंद्रीय […]

पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र अगर मदद करता है, तो धन्यवाद देने में कोताही नहीं होनी चाहिए. इसको लेकर किसी के पेट में दर्द होता है, तो होता रहे. हमें इसकी परवाह नहीं है. बिहार में कृषि के विकास के लिए की गयी घोषणाओं को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह की तारीफ करते हुए मांझी ने कहा कि कुछ माह बाद चुनाव होना है. उस समय राजनीतिक रूप से जो लड़ाई होगी, हम लड़ लेंगे.

लेकिन, सूबे के विकास के लिए केंद्र की मदद जरूरी है. उन्होंने कहा कि राधा मोहन सिंह अपने विभाग की तरफ से बिहार के लिए जितना मदद कर रहे हैं, इससे मन करता है कि उन्हें बगल में बैठाये रखें. मुख्यमंत्री रविवार को राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, पूसा को केंद्रीय विवि का दर्जा देने को लेकर केंद्र-राज्य के बीच एमओयू पर हुए हस्ताक्षर के मौके पर समारोह को संबोधित कर रहे थे.

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बिहार के दूसरे केंद्रीय मंत्रियों को राधा मोहन सिंह से सीख लेने की नसीहत दी. कहा, जब मुङो वर्ल्ड हेरिटेज के लिए शहरों का चयन करने की जानकारी मिली, तब मैंने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद व राजीव प्रताप रूडी के साथ राधा मोहन सिंह से संपर्क किया. इसका नतीजा है कि नालंदा को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया गया. मंच पर बैठे सूबे के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को कहा कि राधा मोहन सिंह इतना मदद कर रहे हैं, तो धन्यवाद देने में कंजूसी नहीं कीजिए. सीएम ने कहा कि केंद्र बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दे, तो धन्यवाद देंगे. केंद्र मुझ पर रहम करें.

देश भर में मुझसे बढ़ कर कोई गरीब सीएम है क्या? गरीब को यह कहने का मौका नहीं मिले कि मांझी भी गरीब के लिए कुछ नहीं कर पाया. केवल भाषण करता था. उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री से आग्रह किया कि बिहार का बकाया राशि दिलाने में मदद करें. पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने एनएच मरम्मत में एक हजार करोड़ खर्च किये, लेकिन वह राशि नहीं मिली. इसमें पॉलिटिक्स नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं पीएम से मिल कर जानना चाह रहा हूं कि गरीब राज्य के लिए केंद्र का क्या सोच है? समय तो मिला था, लेकिन मुजफ्फरपुर की घटना को लेकर नहीं जा सका. अब फिर से पीएम से मिलने के लिए समय लूंगा. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में केंद्र से 27 हजार करोड़ के बदले मात्र 14 हजार करोड़ मिले हैं. शेष राशि दिलायी जाये. इस पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि पहले केंद्र से मिली हुई राशि खर्च कीजिए, तो दूसरे दिन शेष राशि भेज देंगे.

सीएम ने कहा कि केंद्र से जो राशि मिलती है, उसका पता नहीं चलता है. राज्य सरकार द्वारा मांगे जाने पर राशि तो स्वीकृत तो की जाती है, लेकिन राशि नहीं मिलती है. इसके लिए सभी विभाग के अधिकारियों से राशि का हिसाब मांगा गया है.अगर यह पता चल गया कि राशि आने पर पदाधिकारी ने जानकारी नहीं दी है, तो उस पर कार्रवाई होगी. अगर राशि नहीं मिली है, तो मैं दिल्ली में जाकर इस मुद्दे को उठाऊंगा. उन्होंने कहा कि मैंने न तो राजनीति की है और न ही करेंगे. सूबे के विकास के लिए सबको प्रयास करना होगा.
मोदी मेडिसिन व मोदी इंजेक्शन का है असर : नीरज
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा केंद्र सरकार की तारीफ करने पर जदयू में एक बार फिर विवाद पैदा हो गया है. पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता नीरज कुमार ने बिना किसी का नाम लिये मांझी के ताजा बयान को मोदी इंजेक्शन का असर बताया है. उन्होंने कहा कि मोदी मेडिसिन से प्रभावी है मोदी इंजेक्शन. हालांकि, यह जहर है, पर इसका उपयोग हो रहा है. पूर्व सांसद साधु यादव के आवास पर हुए भोज में मांझी के शामिल होने पर नीरज कुमार के बयान पर विवाद हो चुका है.

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