तेल अवीव : तेल अवीव में एक गैस समझौते के विरोध में हजारों इस्राइलियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस समझौते से एक समूह का ही एकछत्र राज हो जाएगा जिसमें अमेरिकी कंपनी नोबेल एनर्जी भी शामिल है. प्रदर्शनकारियों ने कल इस समझौते को समूह के लिए एक ‘तोहफा’ बताते हुए इसकी निंदा की. दक्षिणी इस्राइल के बीरशेबा क्षेत्र सहित देश के दूसरे हिस्सों में भी ऐसे ही प्रदर्शन हुए. विरोधियों ने तर्क दिया है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार और संसद ने इस समझौते को अनुमति दे दी है जबकि यह देश के प्राकृतिक गैस भंडार पर नोबेल और डेलेक जैसी कंपनियों का एकछत्र राज स्थापित कर देगा.
इस समझौते को अब भी संसद की आर्थिक मामलों की समिति की मंजूरी की आवश्यकता है पर इसकी भूमिका केवल परामर्शदाता की है. खबरों के अनुसार, इसके बाद विरोधियों की योजना समझौते की वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की है.