बाकू: अजरबैजान के राष्ट्रपति इलहाम अलीयेव ने तीसरी बार चुनाव जीतने का दावा करते हुए कहा कि यह देश में लोकतंत्र की जीत है जबकि विपक्ष ने इसे मानने से इंकार कर दिया है. चुनाव आयोग के अनुसार पूर्व सोवियत देश अजरबैजान में कल हुए मतदान की करीब 98 प्रतिशत मतों की गिनती हो चुकी है जिसमें उन्हें करीब 84.6 फीसद मत मिले हैं.
उनके मुख्य विपक्षी प्रतिद्वन्दी जमील हसनली उनसे काफी पीछे चल रहे हैं और उन्हें केवल 5.5 प्रतिशत मत मिले हैं. अलयेव ने आज सुबह टेलीविजन पर अपने संदेश में कहा ‘‘मतदान का स्वतंत्र एवं पारदर्शी होना लोकतंत्र की दिशा में एक और कदम है. ’’ उधर हसानी के समर्थकों ने संसाधनों से भरपूर अजरबैजान में ‘बडे पैमाने पर’ चुनावी धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेंगे.
51 वर्षीय अलीयेव अपने पिता हैदर की मृत्यु के बाद विवादास्पद 2003 के चुनाव में जीतकर सत्ता में आये थे. वे 2008 में दोबारा चुने गये और उसके बारे में पश्चिमी पर्यवेक्षकों का कहना था कि वे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष नहीं थे. इसके एक साल बाद जनमत संग्रह कराया गया और नतीजा उनके पक्ष में रहा.अलीयेव का देश की मीडिया पर लगभग नियंत्रण है और वे टेलीविजन में बहस से दूर ही रहे.
केंद्रीय चुनाव आयोग ने कहा कि तकरीबन 50 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से करीब 72 फीसदी लोगों ने मतदान किया.हसनली के चुनाव प्रचार दल ने एक बयान में कहा ‘‘चुनाव में व्यापक तौर पर गडबडी हुई और वह चुनाव नतीजे को स्वीकार नहीं करता. चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष नहीं हुए. ’’