वाशिंगठन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की यहां शुक्रवार को होने वाली बैठक से भारत-अमेरिका संबंध को नयी ऊर्जा मिलने की उम्मीद है. यह बात अमेरिका के एक पूर्व मंत्री कार्ल एफ रिक इंडरफर्थ ने कही.
अमेरिका के पूर्व सहायक विदेश मंत्री इंडरफर्थ ने कहा मेरा मानना है कि हम कुछ प्रगति कर सकते हैं और कुछ गतिविधियां हो सकती हैं लेकिन कोई भी पक्ष भारत में चुनाव होने तक किसी बड़ी संभावना की उम्मीद नहीं कर सकता. हम पीछे भी लौटना नहीं चाहते. हम आगे जा सकते हैं. इसलिए मैं बहुत खुश हूं कि राष्ट्रपति ओबामा ने प्रधानमंत्री सिंह को वाशिंगटन आमंत्रित किया है.
सिंह ने अमेरिका-भारत संबंध को नए स्तर पर ले जाने की वकालत की है और मुझे लगता है कि यह उसी की स्वीकारोक्ति है. उन्होंने कहा चिंता जताई जा रही है कि अमेरिका के विकास में स्थिरता आ गई या फिर हम मंदी में हैं. मैं इनसे सहमत नहीं हूं. लेकिन मेरा मानना है कि लोग इस संबंध में नई उर्जा, नई गरमाहट देखना चाहते हैं. इंडरफर्थ फिलहाल एक प्रतिष्ठित अमेरिकी थिंक-टैंक से जुड़े हैं.
इंडरफर्थ ने कहा कि अमेरिका और भारत में बहुत सी ऐसी चीजें हो रही है जो द्विपक्षीय संबंध से जुड़ी नहीं हैं. ओबामा प्रशासन का ध्यान फिलहाल सीरियाई संकट पर केंद्रित है जबकि सिंह की सरकार को अपना समय और उर्जा आर्थिक हालात और आगामी चुनाव पर खर्च करनी है.