डकार: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज कहा कि वह गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने वाले भगोड़े एडवर्ड स्नोडेन को लेकर जा रहे विमानों का पीछा करने के लिए कोई विमान नहीं भेजेंगे साथ ही उन्होंने स्नोडेन को रुस से वापस लाने के लिए अपनी राजनीतिक पूंजी खर्च करने से भी इनकार किया.
स्नोडेन और अमेरिकी फोन और इंटरनेट सर्विलांस कार्यक्रम के खुलासे से जुड़े अंतरराष्ट्रीय जासूस की कहानी में हाल ही में आए नाटकीय मोड़ के संबंध में अफ्रीका में किए गए सवालों के जवाब में हालांकि ओबामा ने यह माना कि वह अन्य गोपनीय सूचनाओं के लीक होने को लेकर चिंतित हैं.
ओमाबा की टिप्पणी ऐसे वक्त में आयी है जब स्नोडेन मास्को के हवाइअड्डे पर ट्रांजिट जोन में फंसे हुए हैं. वाशिंगटन द्वारा पासपोर्ट रद्द किए जाने के कारण उनके शरण प्राप्ति के इक्वाडोर जाने की संभावनाएं क्षीण नजर आ रही हैं.
पहले चीन और फिर रुस द्वारा स्नोडेन को वापस करने से इनकार किए जाने के कारण शर्मिंदगी ङोल रहे ओबामा ने जोर देकर कहा कि अमेरिका को वास्तविक नुकसान अंतराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी झेलने से नहीं बल्कि महत्वपूर्ण जासूसी कार्यक्रम के लीक होने से हुआ है.लेकिन राष्ट्रपति ने स्नोडेन को रुस से बाहर निकालने से लिए किसी भी प्रकार के सैन्य अभियान से इनकार कर दिया.सेनेगल में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ओबामा ने कहा, ‘‘नहीं, मैं 29 वर्षीय हैकर के पीछे अपने विमान नहीं भेजने वाला.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह भी कहा कि उन्होंने स्नोडेन के मामले में चीन या रुस के राष्ट्रपति से व्यक्तिगत स्तर पर बातचीत नहीं की है क्योंकि उनकी सरकार प्रत्यर्पण मामले के लिए सामान्य कानूनी प्रक्रिया को अपना रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रपति शी (चिनफिंग) से व्यक्तिगत तौर पर बातचीत नहीं की है या राष्ट्रपति (ब्लादिमिर) पुतिन से व्यक्तिगत स्तर पर बात नहीं की है. क्योंकि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था. यह ऐसा मुद्दा है जिसे सामान्य तौर पर विभिन्न देशों की कानूनी एजेंसियों के बीच सुलझाया जाता है.’’ ओबामा ने कहा कि अमेरिका और चीन के संबंध विस्तृत्व और विभिन्न मुद्दों पर है और वह रुस और चीन के साथ एक प्रत्यर्पण मुद्दे को लेकर सौदेबाजी नहीं करेंगे.