वाशिंगटन : अमेरिका में भारतीय मूल के दो बच्चे श्रीराम जे हथवार और अंसुन सुजोए प्रतिष्ठित ‘स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी’ प्रतियोगिता के सह-विजेता बने जो अपने आप में इतिहास है क्योंकि ऐसा 1962 के बाद पहली बार हुआ है. पिछले सात साल से लगातार स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी प्रतियोगिता पर भारतीय-अमेरिकी ही कब्जा जमाते आए हैं.
अमेरिका में लाखों लोगों ने कल रात इस प्रतियोगिता का सीधा प्रसारण देखा. श्रीराम (14) अल्टरनेटिव स्कूल फोर मैथ्स एंड साइंस में आठवीं कक्षा में पढता है और न्यूयार्क का रहने वाला है जबकि अंसुन (13) सातवीं कक्षा का छात्र है और टेक्सास निवासी है. पिछली बार की तरह इस बार भी आखिरी तीन प्रतियोगी श्रीराम, अंसुन और गोकुल वेंकटचलम भारतीय-अमेरिकी थे. श्रीराम ने सह विजेता घोषित होने के बाद कहा, ‘‘ यह सपना साकार होने जैसा है.’’ अंसुन ने कहा, ‘‘ मैं अंतिम तीन में जगह बनाने पर खुश था तथा सह विजेता बनकर मैं और भी खुश हूं.’’
पिछली बार 1962 में दो लोगों ने यह प्रतियोगिता जीती थी. प्रतियोगिता के 21वें चरण में श्रीराम ने अंग्रेजी के शब्द ‘स्टाइकोमिथिया’ शब्द का पूरी तरह सही उच्चारण किया और अपनी जीत की बुनियाद रखी. अंसुन और श्रीराम ने कहा कि इस ट्रॉफी को साझा करके बहुत खुश हैं. श्रीराम ने कहा कि यह प्रतियोगिता एक दूसरे के खिलाफ नहीं, बल्कि शब्दकोष के खिलाफ थी. अंसुन ने भी यही बात कही.इन दोनों बच्चों को 30,000 डॉलर नगद पुरस्कार, ट्रॉफी और दूसरे उपहार मिलेंगे. आयोजकों ने कहा कि पूरे 42 वर्षों के बाद यह प्रतियोगिता दो लोगों के बीच बराबरी पर छूटी.
इससे पहले 1962, 1957 और 1950 में इस प्रतियोगिता में संयुक्त रुप से सह-विजेता बने थे. इस प्रतियोगिता का इतिहास 89 साल पुराना है. इस प्रतियोगिता के एक चरण में जब सिर्फ तीन प्रतियोगी बच जाते हैं तो 25 शब्दों की सूची के साथ अगले चरण की शुरुआत होती है. अगर एक प्रतियोगी गलत उच्चारण करता है और शेष प्रतियोगियों में जो दो शब्दों का सही उच्चारण कर देता है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है. अगर शब्दों की सूची पूरी होने के बावजूद दो लोगों में विजेता का फैसला नहीं हो पाता है तो दोनों को सह-विजेता घोषित कर दिया जाता है.