सोमा (तुर्की) : पश्चिमी तुर्की के सोमा नगर में आक्रोशित लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया. अधिकारियों ने बताया कि कोयला खदान में हुए विस्फोट और उसमें आग लगने की घटना में कम से कम 274 लोगों की मौत हो गयी.
अधिकारियों ने बताया कि शवों के चेहरे कोयले की तरह काले हो गए थे. इस हादसे में 274 लोगों की मौत हो गई है और 150 अन्य खनिकों की किस्मत का अब तक पता नहीं चला है. तुर्की का यह सबसे भीषण खदान हादसा है.हादसे के समय खदान के भीतर कुल 787 खान कर्मी काम कर रहे थे.
इससे पहले सुरक्षा सूत्रों ने बताया था कि खदान में कई खंड हैं, जिनमें से एक खुला हुआ है, जिससे बचावकर्मी खनिकों तक पहुंचने में सक्षम हैं, लेकिन दूसरा खंड बंद है, जिसके भीतर खनिक फंस गये हैं. माना जा रहा है कि यह विस्फोट मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 12:30 पर बिजली के ट्रांसफार्मर में खराबी आने के कारण हुई. विस्फोट स्थल पर सैकड़ों लोग एकत्र हो गये.
बचावकर्मी जिन घायल श्रमिकों को बाहर निकाल कर लाये वे धूल के कारण खांस रहे थे और उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी. घटनास्थल पर एक खनिक की मां सना इस्बीलेर लकड़ी के एक ढेर पर खड़ी यह देखने की कोशिश कर रही थीं कि खदान से किसे बाहर लाया जा रहा है. उन्होंने बताया, मैं दोपहर से अपने बेटे की प्रतीक्षा कर रही हूं. उन्होंने कहा, अभी तक हमें उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिली है.
लापता खनिकों के एक साथी अरुम उनजार ने बताया कि पहले मेरा एक दोस्त मारा गया था, लेकिन यह बहुत बड़ी घटना है. उन्होंने कहा, हम लोग एक परिवार थे और आज वह परिवार बिखर गया. हम लोग को बहुत कम सूचना मिली है और जब मिलती है, तो बुरी खबर मिलती है.