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Friday, March 29, 2024

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प्रभात खबर से विशेष बातचीत में बोले अमित शाह, पाकिस्तान का एक ही इलाज, सर्जिकल स्ट्राइक जैसी बड़ी कार्रवाई

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आठ मई काे चुनावी दाैरे पर झारखंड आये. रांची से वह धनबाद आैर जमशेदपुर भी गये. अमित शाह एक-एक दिन में चार-पांच रैलियाें काे संबाेधित कर रहे हैं. देश का काेई ऐसा काेना नहीं बचा है, जहां वह इस चुनाव में नहीं गये. जमशेदपुर की सभा उनकी […]

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आठ मई काे चुनावी दाैरे पर झारखंड आये. रांची से वह धनबाद आैर जमशेदपुर भी गये. अमित शाह एक-एक दिन में चार-पांच रैलियाें काे संबाेधित कर रहे हैं. देश का काेई ऐसा काेना नहीं बचा है, जहां वह इस चुनाव में नहीं गये. जमशेदपुर की सभा उनकी 297वीं सभा थी. प्रभात खबर ने इस चुनाव के मुद्दे, संभावित चुनाव परिणाम, विपक्ष के आराेप, झारखंड, बिहार और बंगाल में हाे रहे चुनाव, पाकिस्तान के खिलाफ की गयी सर्जिकल स्ट्राइक आदि पर बात की. अमित शाह के पास समय का अभाव था.
इसलिए उन्हाेंने चुनाव प्रचार के लिए रांची से धनबाद, वहां से जमशेदपुर हाेते हुए रांची लाैटने के क्रम में हेलीकॉप्टर में ही प्रभात खबर से लंबी और खुल कर बातचीत की. लगभग पांच घंटे की यात्रा के दाैरान अमित शाह ने कड़ी धूप में धनबाद और जमशेदपुर में सभा काे संबाेधित किया. उसके बाद वह इंदाैर के लिए रवाना हाे गये. प्रस्तुत है अमित शाह से हुई बातचीत के अंश.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से प्रभात खबर के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा की विशेष बातचीत
Qचुनाव अंतिम चरण में पहुंच चुका है. लगभग साै सीटाें का ही चुनाव बाकी हैं. आपके हिसाब से कितनी सीटें आप जीतने जा रहे हैं?
मुझे लगता है कि इस चुनाव में 2014 के चुनाव से ज्यादा सीटें भाजपा प्राप्त करेगी. जीत का मार्जिन भी सीटाें पर अधिक हाेगा और 2014 से अधिक क्षेत्राें से हमारे प्रतिनिधि जनता का प्रतिनिधित्व करेंगे. तीनाें स्थिति में भाजपा अपनी स्थिति और मजबूत करेगी और माेदीजी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. एनडीए की टैली भी बढ़ने जा रही है और एनडीए भी अपनी स्थिति में और सुधार करेगा. हम 282 से ज्यादा सीटाें के कंफर्ट मेजाेरिटी के साथ चुनाव जीतने जा रहे हैं.
Qआपने देश के काेने-काेने का दाैरा किया है. लगभग तीन साै से ज्यादा लाेकसभा क्षेत्राें में सभाएं की हैं. लाेगाें का मूड कैसा देखा आपने?
देखिए, सबसे पहले गरीबी उन्मूलन के लिए जाे काम नरेंद्र माेदी सरकार ने किया है, जाे याेजनाएं बनायी हैं और उन्हें नीचे तक पहुंचाने में सफलता पायी, उसका पूरे देश में गहरा असर है. जैसे, घर-घर गैस का सिलिंडर पहुंचा है. माेदी सरकार ने 7.1 कराेड़ कनेक्शन दिये हैं. 1.53 कराेड़ लाेगाें काे घर दिये हैं. स्वच्छता पर खास जोर देते हुए पूरे देश में 9.8 कराेड़ घराें में शाैचालय बनाये हैं. 50 कराेड़ से ज्यादा लाेगाें काे आयुष्मान भारत याेजना से स्वास्थ्य कवरेज दिया है. किसान सम्मान याेजना से 13 कराेड़ किसानाें काे छह-छह हजार रुपये की सम्मान राशि दी है. ऐसे अनेक काम हुए हैं, जिनसे गरीब परिवाराें में माेदीजी के प्रति विश्वास पैदा हुआ है.
Qचुनाव में मतदाता भाजपा काे ही क्याें वाेट दे? कुछ कारण गिना सकते हैं?
एक नहीं, सैकड़ाें कारण हैं, जिनके आधार पर हमें भराेसा है कि मतदाता माेदी सरकार की वापसी चाहते हैं और वाेट करेंगे. हमारी सरकार ने गरीबाें काे सम्मान दिया. याेजनाआें में गरीब तबका प्राथमिकता में रहा. गरीब तबका मानता है कि काेई सरकार ऐसी है, काेई ऐसा प्रधानमंत्री है, जाे हम गरीबाें की चिंता करता है, साेचता है और हमारे लिए काम करता है. पूरे देश की जनता सुरक्षा के मामले में, चाहे वह देश की सुरक्षा हाे या जनता कीे, आश्वस्त है. सर्जिकल स्ट्राइक और उसके बाद एयर स्ट्राइक से जनता का मनाेबल बढ़ा है, देश का मान बढ़ा है और दुनिया में भारत काे देखने का नजरिया भी बदला है.
Qपांच साल में देश में हुए आर्थिक बदलाव काे आप कैसे देखते हैं?
अगर देखा जाए, ताे माेदी सरकार में महंगाई भी काबू में रही. याद कीजिए, कैसे यूपीए के कार्यकाल में इन्फ्लेशन दाे अंकाें में हाेता था. पांच सालों में अर्थशास्त्र के सारे पैरामीटर नियंत्रण में रहे. भारत इस दाैरान दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बना. पहले भारत 11वें स्थान पर था. माेदी सरकार के पांच साल के दाैरान हर साल भारत की अर्थ व्यवस्था सबसे तेज गति से बढ़ी.
Qभाजपा के पास काैन-सी ताकत है, जाे विपक्ष के पास नहीं दिखती?
भाजपा के पास नरेंद्र माेदी जैसा ताकतवर नेतृत्व है, जिसका संपूर्ण अभाव विपक्ष के पास है. नरेंद्र माेदी काे लाेग एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं, जिनकी राह 70 साल से जनता देख रही थी.
माेदीजी के बारे में यह धारणा बन चुकी है कि यही वह व्यक्ति है, जाे दुश्मन के घर में घुस कर उसे सबक सिखा सकता है. अब काेई भी देश भारत काे आंख नहीं दिखा सकता. दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है. भारत के प्रति समर्थन बढ़ा है. आतंकी अजहर मसूद काे संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकी घाेषित करना भारत की बड़ी जीत है और यह इसलिए संभव हाे सका, क्याेंकि माेदीजी दुनिया के बड़े और छाेटे देशाें का समर्थन जुटाने में सफल रहे. दुनिया में भारत के दाेस्ताें की संख्या बढ़ी है. आगे कई और फैसले हाेंगे.
Qपाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक ताे हाे गयी. माेदी सरकार लाैटती है, ताे क्या पाकिस्तान के आतंकियाें के खिलाफ वैसी कार्रवाई की उम्मीद भारत कर सकता है, जैसी कार्रवाई आेसामा बिन लादेन के खिलाफ अमेरिका ने की थी?
जब सवाल देश की सुरक्षा का हो, ताे यह सरकार कड़े-से-कड़े फैसले लेने में हिचकती नहीं है. माेदी सरकार लाैटती है, ताे आगे भी ये रास्ते खुले रहेंगे. माेदी सरकार दुश्मनाें के घराें में घुस कर मारने की क्षमता रखती है. हां, अगर पाकिस्तान नहीं सुधरता है और उसके इलाज की बात आती है, ताे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन लेकर काेई भी कार्रवाई करने में भारत सक्षम है. लादेन के खिलाफ जैसी कार्रवाई अमेरिका ने की थी, वह कार्रवाई भारत के लिए भी असंभव नहीं है. सब कुछ संभव है.
Qमाेदी सरकार ने पांच साल में जाे काम किये हैं, क्या भाजपा का संगठन उसे गांव-गांव तक और दूरदराज के आदिवासी इलाकाें तक पहुंचाने में सफल रहा है?
बिल्कुल रहा है. यही कारण है कि छह सरकार के साथ हम 2014 में थे और आज 16 सरकार के साथ देश के चुनावाें में जा रहे हैं. संगठन ने नीचे तक अपनी जड़ें जमायी हैं और माेदीजी की सफलता काे वाेट में बदलने में संगठन सफल रहा है. चाहे शहर हाे या गांव, भाजपा के कार्यकर्ता हर जगह अपने दायित्व काे निभाते मिलेंगे. झारखंड में ताे दूर के गांवाें तक संदेश पहुंच चुका है. संगठन का काम दक्षिण के राज्याें भी दिखता है. इस बार केरल समेत दक्षिण के राज्याें में भारतीय जनता पार्टी की ताकत दिखेगी और हम पहले से बहुत अच्छा करने जा रहे हैं. यह सब संगठन और भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल है.
Qभाजपा ने राष्ट्रवाद काे मुख्य मुद्दा बनाया है, पाकिस्तान के खिलाफ की गयी सर्जिकल स्ट्राइक और अन्य कार्रवाई काे हर चुनावी मंच पर उठाया है. इसका मतदाताआें पर क्या असर आप देखते हैं और कितनी सफलता आपकाे मिली है?
देखिए, राष्ट्रवाद के मुद्दे पर गरीब, मध्यम वर्ग, धनवान, सभी वर्ग एकजुट हाे गये हैं. चाहे वे किसी भी उम्र के हाें, 18 साल के युवक से लेकर 80 साल के बुजुर्ग तक. लाेग मानते हैं कि माेदीजी ने बहुत समय के बाद देश काे एक प्रेरणादायी राष्ट्रवादी नेतृत्व प्रदान किया है. जब पुलवामा में सुरक्षाबलाें पर हमले हुए, ताे पाकिस्तान के खिलाफ पूरा देश कैसे एकजुट हाे गया था, यह सभी ने देखा था.
Qझारखंड की बात करें. यहां 2014 के चुनाव में 14 में से 12 सीटें भाजपा काे मिली थीं. इस बार आप कितनी उम्मीद कर रहे हैं?
देखिए, झारखंड में माहाैल ताे ऐसा है कि हम सारी सीटें स्वीप कर जायेंगे, परंतु मैं इतना जरूर मानता हूं कि झारखंड में हमारी सीटाें में बढ़ाेतरी हाेगी. हमारी सरकार और हमारे कार्यकर्ता, दाेनाें ने बहुत अच्छा काम किया है.
Qझारखंड में भाजपा ने हर क्षेत्र में इसी बात पर जाेर दिया है कि प्रत्याशी काेई भी हाे, माेदीजी चुनाव लड़ रहे हैं. कई इलाकाें में विपक्षी दलाें ने जमीन का मुद्दा उठाया है. इसका चुनाव में आप क्या असर देखते हैं?
झारखंड की जनता चीजाें काे बहुत समझती है. वह किसी भी बहकावे में नहीं आनेवाली है. उसे पता है कि माेदीजी ने क्या काम किया है. गरीबाें काे याेजनाआें का जाे लाभ मिला है, वह ताे उन्हें याद है.
किसी का घर बना, किसी काे शाैचालय मिला, अधिकांश काे आयुष्मान याेजना का लाभ मिला, गैस सिलिंडर और चूल्हा मिलने से महिलाआें काे खाना बनाते वक्त काफी राहत मिली. और सारे फायदे भी मिले. इसलिए भाजपा के पक्ष में वे सभी खड़े हैं. भाजपा सरकार ने किसी का नुकसान नहीं किया. आदिवासी इलाकाें पर खास ध्यान दिया है. वहां ज्यादा-से-ज्यादा बजट खर्च किया है. यह केवल मैं नहीं कह रहा हूं, इलाकाें में जा कर देखिए. लाेग यह सब बाेल रहे हैं. झारखंड की जनता रघुवर सरकार के काम से भी प्रसन्न है, माेदी सरकार के काम से भी प्रसन्न है.
हमें दाेनाें सरकाराें के अच्छे कामाें का फायदा प्राप्त हाेगा. झारखंड में रघुवर सरकार ने आदिवासियाें के विकास पर बड़ा काम किया है. अनुसूचित जनजाति आयाेग का गठन पहले नहीं हुआ था, रघुवर सरकार ने किया. और भी बड़े काम हुए हैं. 2014 में जब सरकार बनी थी, तब जनजातीय उपयाेजना का बजट सिर्फ 11997 कराेड़ का था. 2018 में बढ़ कर यह बजट 20764 कराेड़ हाे गया. आदिवासी बहुल गांवाें में आदिवासी विकास समिति बना कर पांच लाख तक खर्च करने का उन्हें अधिकार दिया गया है.
मानकी-मुंडा और ग्राम प्रधान काे भी हर माह सम्मान राशि दी जा रही है. किसी काे तीन हजार, तो किसी काे दाे हजार. ये सब लाभ नीचे तक पहुंच रहे हैं. महिलाआें की जमीन एक रुपये में रजिस्ट्री हाे रही है. नक्सलवाद पर अंकुश लगा है. यह सब बदलाव लाेग महसूस कर रहे हैं. इसलिए मुझे भराेसा है कि इन सभी का असर दिखेगा और लाेग भाजपा के पक्ष में भारी मतदान करेंगे.
Qबंगाल और आेड़िशा में आपने काफी फाेकस किया है. आप और माेदीजी दाेनाें ने इन दाेनाें राज्याें में अनेक सभाएं की हैं, काम किया है. चुनाव में इसका कितना असर दिखता है?
बंगाल और आेड़िशा, दाेनाें राज्याें में भारतीय जनता पार्टी बहुत अच्छा करेगी. हमें पूर्ण विश्वास है कि इन दाेनाें राज्याें में बहुमत में भारतीय जनता पार्टी काे ही सीटें मिलने जा रही हैं. ऐसे संकेत मिल रहे हैं. चाैंकानेवाले रिजल्ट आयेंगे.
Qबंगाल में संगठन बनाने में भाजपा काे कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा? वहां ताे भाजपा थी नहीं. पहले सीपीएम का गढ़ था, उसके बाद तृणमूल का गढ़ बना.
देखिए, बंगाल में काम करना कठिन ताे था ही, चुनाैती भी थी. हमारा संगठन तीन साल में बहुत मजबूत हाे गया है. तीन साल पहले ही हमने बंगाल में पूरी ताकत से संगठन काे मजबूत करने का फैसला किया था और इस पर काम आरंभ किया था. इन तीन सालाें में ही संगठन का काम दिखा है. इसके लिए हमारे कार्यकर्ताआें ने कुर्बानी दी है. उनकी हत्या तक हुई. हमले हुए फिर भी भाजपा कार्यकर्ताआें ने हार नहीं मानी. आज स्थिति यह है कि ममता दीदी द्वारा लगातार बाधाएं उत्पन्न करने के बावजूद भाजपा बंगाल में बहुत मजबूत हाे चुकी है. लाेगाें ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया है. रिजल्ट निकलने पर वह दिखेगा भी.
Qहाल में ममता दीदी का भाजपा और खास कर प्रधानमंत्री माेदी पर हमला बढ़ा है. हाल ही में ममता दीदी ने कहा है कि माेदी काे थप्पड़ मारने का मन करता है. क्या आपकाे लगता है कि चुनाव प्रचार में मर्यादा की सारी सीमाएं ताेड़ दी गयी हैं?
बंगाल में भाजपा के मजबूत हाेने से ममता दीदी बाैखला गयी हैं और उनकी ऐसी भाषा उसी का परिणाम है. मेरा मानना है कि जिस भाषा का प्रयाेग ममता दीदी कर रही हैं, उनसे उनका ही नुकसान ज्यादा हाेगा.
Qबंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों काे राेकने के लिए भाजपा सरकार ने जाे कड़े फैसले लिये, जिसके कारण घुसपैठ पर अंकुश लगा, क्या गुस्से का यह एक कारण है?
अभी तक ताे बांग्लादेशी घुसपैठियाें पर अंकुश लगाने में सफलता नहीं मिली है, क्याेंकि राज्य प्रशासन से सहयाेग नहीं मिला, परंतु मैं बंगाल में परिवर्तन देख रहा हूं. परिवर्तन के बाद इस पर बांग्लादेशी घुसपैठियाें पर अंकुश लगाने में जरूर सफलता मिलेगी.
Qझारखंड और बिहार के भी कुछ क्षेत्राें में भी घुसपैठ की खबर आती रहती है. भविष्य में क्या इन राज्याें में आये घुसपैठियाें पर भी नजर रहेगी?
देखिए, सिटीजनशिप एमेंडमेंट बिल और एनआरसी का कांबिनेशन ही इस समस्या का समाधान है. इतनी लंबी जमीनी सरहद और जिस प्रकार की भाैगाेलिक स्थिति है, उसमें यहां घुसपैठ तभी रूक सकती है, जब यहां घुसपैठ कर आनेवालाें काे सुविधा मिलनी बंद हाे. यही एकमात्र रास्ता है और सिटीजनशिप एमेंडमेंट बिल और एनआरसी इसका सटीक और सही रास्ता है. हम धीरे-धीरे एक-एक घुसपैठिये काे भारत से बाहर करेंगे.
Qअापका ऐसा मानना है कि माेदी सरकार लाैट रही है. आप खुद गांधीनगर की उस सीट से लड़ रहे हैं, जिस पर कभी आडवाणीजी लड़ा करते थे. ताे क्या यह मान लिया जाए कि देश का अगला गृहमंत्री आप बनने जा रहे हैं?
ऐसा साेचने की कतई जरूरत नहीं है. मैं आज भी राज्यसभा का सदस्य हूं. मंत्री बनने में काैन-सी दिक्कत थी. राज्यसभा का सदस्य ताे मंत्री बन ही सकता है. ताे, मेरे चुनाव लड़ने से इसे मत जाेड़िए. मेरा दायित्व उन्नीस में बहुमत दिलाने का है, पार्टी काे जिताने का है और मैं इसी पर फाेकस कर रहा हूं.
Qअगर माेदी सरकार लाैटती है, ताे काेर एजेंडे क्या हाेंगे? काैन-सा ऐसा काम अधूरा है, जिसे आप पहले करना चाहेंगे?
देखिए, एजेंडा ताे फिक्स कर चुकी है सरकार. गरीबी, सुरक्षा, अर्थतंत्र काे पटरी पर लाना, देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करना, देश की किसानी काे मजबूत करना, देश की खेती काे मजबूत करना और देश के अंदर ऐसे भारत काे गढ़ना, जिसमें देश का 50 कराेड़ गरीब सम्मान के साथ जी पाए. इसी एजेंडे पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार आगे बढ़ेगी. भारत की आजादी के 75 साल पूरे हाेने के लिए हमने 75 लक्ष्य तय किये और उसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नरेंद्र माेदी की बनने वाली सरकार बहुत ही तेज गति से काम करेगी.
Qमाेदी सरकार के लाैटने पर कश्मीर में क्या बदलाव दिखेगा?
हम पहले भी कहते रहे हैं कि भाजपा धारा 370 काे खत्म करने का समर्थन करती है. माेदी सरकार के लाैटने पर कश्मीर से धारा 370 काे खत्म किया जायेगा. यह काेई भाजपा की आज की मांग नहीं है. बहुत पुरानी मांग रही है.
Qभाजपा ने तय किया कि 75 साल से अधिक उम्र के लाेगाें काे टिकट नहीं देगी. इसी फार्मूले पर कई बड़े नेताआें का टिकट कटा. झारखंड में भी कड़िया मुंडा और रामटहल चाैधरी का टिकट कटा. रामटहल चाैधरी ने विराेध किया और चुनाव लड़ रहे हैं. क्या कहीं और से किसी ने विराेध किया था?
कहीं से काेई विराेध नहीं हुआ. सभी लाेग काम में लगे हैं, काम कर रहे हैं. यह एक सामान्य फैसला था, किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं था. झारखंड काे ही देखिए. खुद कड़िया मुंडाजी इस चुनाव में भाजपा काे जिताने में लगे हुए हैं. वे सभी हमारे लिए बहुत ही सम्मानीय हैं और उनके ही आशीर्वाद से पार्टी आगे बढ़ रही है.
Qविपक्ष ने देश के कई राज्याें में गठबंधन बनाया है. आप इस गठबंधन का चुनाव परिणाम में क्या असर देखते हैं?
देखिए, प्रैक्टिकली बिहार, कर्नाटक और झारखंड के अलावा कहीं गठबंधन नहीं है. सब जगह तितर-बितर हाे गया है. ये गठबंधन हाेने के बावजूद हारते हैं. बड़ा बिखराव विपक्ष में आयेगा, ऐसा मेरा मानना है.
Qचुनाव के ठीक पहले भाजपा ने बिहार में जदयू और महाराष्ट्र में शिवसेना से तालमेल किया. सीट देने में उदारता दिखी. क्या आपकाे लग गया था कि अब यह तालमेल हर हाल में जरूरी है?
दाेनाें हमारे पुराने साथी हैं. काेई नयी बात नहीं है. हमने मिल कर तय किया कि साथ लड़ेंगे और मजबूती से लड़ रहे हैं.
Qइस तालमेल का क्या असर हाेगा?
साथ मिल कर अच्छे तरीके से लड़ रहे हैं, ताे फायदा ही हाेगा. हम अधिक-से-अधिक सीटें जीतेंगे.
Qप्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की संभावना थी. वह नहीं लड़ीं. लड़तीं ताे क्या फर्क पड़ता और नहीं लड़ीं ताे क्या फर्क पड़ेगा?
देखिए, काेई फर्क नहीं पड़ता कि माेदीजी के खिलाफ काैन लड़ता है, काैन नहीं लड़ता है? यह लाेकतंत्र है. हर किसी काे चुनाव लड़ने का अधिकार है. जिसमें भी हिम्मत है, उसे लड़ना चाहिए.
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