रजनीश आनंद
अतिवंचित वर्ग की महिलाओं को संगठित कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने की मुहिम से जुड़ी हैं रांची के हिनू की अनिक बाड़ा. वे पिछले पांच वर्षो से गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के लिए काम कर रही हैं. अनिक अपने धुन की इतनी पक्की हैं कि वे दिन-रात इस काम में जुटी रहती हैं, बावजूद इसके उनके चेहरे पर खीज नहीं, बल्किआत्मसंतोष के भाव रहते हैं.
अनिक कहती हैं : मैं एक गरीब की मदद करते समय यह नहीं देखती कि वह किस जाति या धर्म का है. हम बस उसकी समस्या और जरूरत को ध्यान में रख कर उसकी मदद करते हैं. हमने अति वंचित वर्ग की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा. अनिक बाड़ा महिला सामाख्या की फेडरेशन सचिव हैं. इन्होंने जब अपने इलाके में काम शुरू किया, तो इन्होंने सबसे पहले महिलाओं को संगठित करना शुरू किया. फिर उनका समूह बनाया. अपने प्रयासों से अनिक ने 20-25 महिला समूह का निर्माण करवाया है.
वर्तमान में महिला समूहों से जुड़ी महिलाओं की संख्या लगभग 250 है. इन महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, साथ ही उन्हें काम शुरू करने के लिए ऋ ण भी मुहैया कराया जाता है. अबतक अनिक ने अपने प्रयासों से महिलाओं को पेपर व जूट बैग बनाने व मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दिलवायी है. साथ ही समूह से जुड़ी महिलाएं एनर्जी केक(जलावन) की बिक्र ी भी करती हैं. इससे उनमें आत्मविश्वास जागा है और वे आर्थिक रूप से सशक्त हुईं हैं.
सरकारी योजनाओं का भी दिला रही हैं लाभ
गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए भी अनिक काफी प्रयास करती हैं. उनका मानना है कि जनकल्याण की कई योजनाएं जानकारी के अभाव में लोगों तक नहीं पहुंच पाती हैं, इसलिए मैं उन्हें जागरूक करके यह प्रयास करती हूं कि वे उन योजनाओं का लाभ उठायें. इसलिए मैंने विगत वर्षो में कई लोगों को जाति, आवासीय, आधार और आय प्रमाणपत्र बनाने में सहयोग किया है. साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिए भी प्रयास कर रही हूं.
नशामुक्ति के लिए हैं प्रयासरत
अनिक अपने इलाके में नशामुक्ति के लिए अभियान चला रही हैं. उन्होंने बैठकों का भी आयोजन किया है. अब उनकी कोशिश यह है कि वे इलाके में नशाबंदी के लिए अभियान चलायें. अनिक महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए भी काम कर रही हैं. वे ऐसे घरेलू विवादों को निपटाने की कोशिश करती हैं, जिसमें किसी महिला का शोषण हो रहा हो. स्वभाव से जुझारू अनिक बाड़ा का सपना है कि वे महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम में उल्लेखनीय भूमिका निभायें