
पाकिस्तान सरकार ने सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की 547वीं जयंती के अवसर पर समुदाय को ‘चार उपहार’ देने की योजना बनाई है.
हिंदुस्तान के विभाजन के बाद भारत चले गए हिंदुओं और सिखों की सम्पत्ति पर नियंत्रण रखने वाले मतरुक़ा वक्फ़ इमलाक़ बोर्ड के अध्यक्ष सादिक़ उल फ़ारूक़ ने बीबीसी को बताया कि 14 नवंबर को ननकाना साहिब में शुरु होने वाले आयोजनों से पहले वहां लगभग 70 साल से बंद गुरुद्वारे को दोबारा खोल दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि लगभग 350 साल पुराने इस गुरुद्वारे का नवीनीकरण कार्य जारी है जो अगले कुछ ही दिनों में पूरा हो जाएगा.
इस गुरुद्वारे को विभाजन से पहले दंगों के दौरान बंद कर दिया गया था.

बोर्ड के अध्यक्ष सादिक़ उल फ़ारूक़ ने बताया कि ननकाना साहिब में गुरु नानक का एक स्मारक भी बनाया जा रहा है जिसका निर्माण तीन-चार महीने में पूरा हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि गुरुनानक की जयंती के मौके पर गुरु नानक विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी किया जाएगा.
‘चौथे उपहार’ के बारे में उन्होंने बताया कि करतारपुर साहिब में बिजली परियोजना का काम भी 10 नवंबर तक पूरा हो जाएगा.

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव के बावजूद गुरु नानक जयंती पर होने वाले समारोह के लिए बड़ी संख्या में भारतीय श्रद्धालु पाकिस्तान पहुंच रहे हैं.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)