शुक्रवार को रियो में बैडमिंटन का महिला एकल का सोना किसके सर सजेगा, ये सवाल भारत में लगभग हर किसी की ज़बान पर है.
एक तरफ़ दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मारिन हैं तो दूसरी तरफ़ हैं तमाम खेल एक्सपर्ट को चौंकाते हुए फ़ाइनल तक पहुँची पी सिंधु.
सिंधु वैसे भी दुनिया के सबसे बड़े खेल महोत्सव ओलंपिक में बैडमिंटन स्पर्धा के फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच चुकी हैं और अब उन्हें ‘स्वर्णपरी’ बनने के लिए मारिन को चौंकाना होगा.
पढ़ें: वो सिंधु जो हैं बड़े-बड़ों के लिए ख़तराहैदराबाद की सिंधु जिस तरह की फॉर्म में हैं, उसे देखते हुए उनके लिए मारिन को मात देना कतई मुश्किल नज़र नहीं आता.
हालाँकि दोनों के बीच हुए मुक़ाबलों पर नज़र डालें तो मारिन का पलड़ा कुछ भारी ज़रूर नज़र आता है.
दोनों पहले भी अलग-अलग प्रतियोगिताओं में सात बार आमने-सामने आ चुकी हैं.
इन सात भिडंतों में चार बार मारिन जीतीं हैं और तीन बार बाज़ी सिंंधु के हाथ लगी है.
रियो में भी मारिन पूर्व ओलंपिक चैंपियन ली ज़ुइरेई को हराकर फ़ाइनल में पहुंची हैं.
सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में दूसरी वरीयता हासिल चीन की यिहान वांग को और सेमीफ़ाइनल में छठी वरीयता हासिल जापान की नोज़ूमी ओकूहारा को हराया.
शुक्रवार को खेले जाने वाले इस ओलंपिक फ़ाइनल में यह भी तय होगा कि सिंधु, मारिन से अपना पुराना बचा हिसाब चुकता कर पातीं हैं या नहीं.
आइए नज़र डालते हैं सिंधु और मारिन के बीच अब तक हुए मुक़ाबलों पर
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)